सार

तमिलनाडु के होसुर स्थित टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई, जिससे काले धुएं का गुबार उठा। आग लगने के बाद कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और तीन कर्मचारियों को सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल ले जाया गया।

चेन्नई। तमिलनाडु के होसुर में स्थित टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। आग फैक्ट्री के केमिकल गोदाम में लगी जिससे काले धुआं का बड़ा गुबार उठा। सुबह करीब 5.30 आग की शुरुआत मोबाइल फोन एक्सेसरीज पेंटिंग यूनिट में हुई।

आग लगने के बाद कर्मचारियों को परिसर से बाहर निकाला गया। होसुर और आस-पास के जिलों से 7 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद फायर फाइटर्स ने आग पर काबू पाया। सांस लेने में तकलीफ की शिकायत होने पर 3 कर्मचारियों को इलाज के लिए पास के हॉस्पिटल ले जाया गया। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। कोई घायल नहीं हुआ है।

 

 

आग किस वजह से लगी है अभी यह पता नहीं चला है। स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। घटना के समय सुबह की शिफ्ट में काम करने वाले करीब 1500 कर्मचारी फैक्ट्री में थे। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने बयान जारी कर कहा, "फैक्ट्री में सभी आपातकालीन प्रोटोकॉल के तहत कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। हम अपने कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे।"

आईफोन असेंबली प्लांट में उत्पादन शुरू करने वाली थी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स

बता दें कि आग लगने की घटना ऐसे समय हुई है जब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स होसुर के कूथनपल्ली में अपने आईफोन असेंबली प्लांट में उत्पादन शुरू करने वाली थी। ताइवान की ईएमएस कंपनी विस्ट्रॉन की यूनिट के अधिग्रहण के बाद होसुर टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए दूसरा आईफोन असेंबली प्लांट होगा। इसपर दो साल से काम चल रहा था।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा असेंबली प्लांट में लगभग 6,000 करोड़ रुपए निवेश किए जाने की उम्मीद है। टाटा ने एप्पल को आपूर्ति करने वाली कंपोनेंट फैक्ट्री में भी इतनी ही राशि लगाई है। संयुक्त सुविधाओं में 50,000 से अधिक ब्लू-कॉलर कर्मचारी काम करेंगे, इनमें से अधिकतर महिलाएं होंगी। अकेले iPhone असेंबली प्लांट में 35,000-40,000 कर्मचारी जुड़ेंगे, जिससे यह भारत में एप्पल की सबसे बड़ी सुविधाओं में से एक बन जाएगी। 

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