देश में कोविड-19 के एक दिन में 36,652 नए मामले सामने आए हैं। ऐसे में संक्रमण के कुल मामले 96.08 लाख के पार चले गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक कुल 90,58,822 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके हैं, जिसके बाद देश में संक्रमण से ठीक होने की दर शनिवार को 94.28 फीसदी हो गई।
नई दिल्ली. देश में कोविड-19 के एक दिन में 36,652 नए मामले सामने आए हैं। ऐसे में संक्रमण के कुल मामले 96.08 लाख के पार चले गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक कुल 90,58,822 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके हैं, जिसके बाद देश में संक्रमण से ठीक होने की दर शनिवार को 94.28 फीसदी हो गई।
देश में कोरोना के 96 लाख केस
देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 96,08,211 मामले हैं। इसके मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में 512 संक्रमितों की मौत होने से मृतकों संख्या बढ़कर 1,39,700 हो गई है। कोविड-19 के कारण मरने वालों की दर 1.45 फीसदी है।
आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 4,09,689 लोगों का इलाज चल रहा है जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.26 फीसदी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबित चार दिसंबर तक कुल 14,58,85,512 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 11,57,763 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।
भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए थे।
24 घंटे में 512 मरीजों की मौत
24 घंटे में मौत के 512 नए मामलों में महाराष्ट्र से 127, दिल्ली से 73, पश्चिम बंगाल से 52, उत्तर प्रदेश और केरल से 29-29, पंजाब से 20, हरियाणा से 19, छत्तीसगढ़ से 15 और कर्नाटक से 13 मामले आए।
अब तक देश में संक्रमण से मौत के कुल 1,39,700 मामलों में महाराष्ट्र से 47,599, कर्नाटक से 11,834, तमिलनाडु से 11,762, दिल्ली से 9,497, पश्चिम बंगाल से 8,628, उत्तर प्रदेश से 7,877, आंध्र प्रदेश से 7,020, पंजाब से 4,882 और गुजरात से 4,049 मामले सामने आए हैं।
मृतकों में 70% से ज्यादा पहले से ही बीमार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि मृतकों में से 70 फीसदी से ज्यादा लोग पहले से ही अन्य बीमारियों के शिकार थे। मंत्रालय ने बताया, हमारे आंकड़ों का मिलान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों से किया जा रहा है।