कोलकाता स्थित बांग्लादेश के उप उच्चायोग के एक सीनियर आफिसर सेक्स स्कैंडल में फंस गए हैं। मामले की गंभीरता को समझते हुए उन्हें वापस बांग्लादेश बुला लिया गया है। आरोप है कि अधिकारी ने महिला को अश्लील चैट और वीडियो भेजे थे।
कोलकाता. कोलकाता स्थित बांग्लादेश के उप उच्चायोग के एक सीनियर आफिसर सेक्स स्कैंडल में फंस गए हैं। मामले की गंभीरता को समझते हुए उन्हें वापस बांग्लादेश बुला लिया गया है। आरोप है कि अधिकारी ने महिला को अश्लील चैट और वीडियो भेजे थे। अधिकारी से इस मामले में उसका पक्ष रखने को कहा गया है। बांग्लादेश का विदेश मंत्रालय इस मामले की जांच कर रहा है। आदेश मिलने के बाद अधिकारी को बेनापोल चेक पोस्ट के माध्यम से ढाका भेज दिया गया है। बांग्लादेश उप उच्चायोग के मुताबिक मामले में दोषी पाए जाने पर कड़ा कदम उठाया जाएगा। शिकायत करने वाली महिला से भी इस बाबत पूछताछ की जाएगी।
90वें दशक में भी इसी तरह का मामला सामने आया था
इस मामले में बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के अधिकारी खुलकर बात नहीं कर रहे हैं। बता दें कि 90 के दशक में भी कोलकाता में बांग्लादेश उप-उच्चायोग(Bangladesh Deputy High Commission) इसी तरह के सेक्स स्कैंडल में उलझ गए थे। उस घटना के 33 साल बाद यह नया मामला सामने आया है। यह सेक्स स्कैंडल 25 जनवरी को सामने आया था। इसके तुरंत बाद यानी 26 जनवरी को बांग्लादेश उप-उच्चायोग के इस अधिकारी को ढाका ट्रांसफर कर दिया गया। 90 के दशक की शुरुआत में सेक्स स्कैंडल में दो अधिकारियों के नाम सामने आए थे। 24 घंटे के भीतर दोनों अधिकारियों को ढाका वापस भेज दिया गया था।
यह है पूरा मामला
सूत्रों के मुताबिक, 25 जनवरी को अलीशा नाम की एक कथित युवती ने कोलकाता में बांग्लादेश उप-उच्चायोग के आधिकारिक फेसबुक पेज पर कुछ अश्लील चैट और न्यूड वीडियो पोस्ट किए। हालांकि पेज एडमिन ने पोस्ट को मंजूरी नहीं दी थी। इसके बाद युवती ने चैट और न्यूड वीडियो उप-उच्चायोग के फेसबुक पेज के फेसबुक मैसेंजर पर भेज दिए। उन अश्लील वीडियो और चैट को डिलीट करने से पहले ही लीक कर दिया गया। बताया जाता है कि ये चैट और वीडियो अधिकारी ने महिला को भेजे थे। उसने इसकी शिकायत करने के मकसद से ऐसा किया।
26 जनवरी की सुबह तक यह खबर नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश दूतावास तक पहुंच गई। हालांकि कोलकाता में उप उच्चायोग के अधिकारियों ने इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मामला संवेदनशील होने के कारण वे मुद्दे को टाल गए। उन्होंने यह जरूर कहा कि अगर मामला सच साबित हुआ, आरोपी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
कोलकाता उप-उच्चायोग के जिस अधिकारी पर इस अश्लील चैट और नग्न वीडियो के सूत्रधार होने का आरोप लगाया गया है, उनका नाम मुहम्मद सानियुल कादर है। वह कलकत्ता में बांग्लादेश उप-आयोग के पहले सचिव (राजनीतिक) थे। ढाका में बांग्लादेश सरकार के विदेश मंत्रालय के मुख्यालय से तबादला आदेश जारी होने के बाद 26 जनवरी को सानियुल आनन-फानन में देश लौट आए।
अधिकारी ने कुछ भी कहने से मना किया
बांग्लादेश जाने से पहले सानियुल कादर ने एशियानेट न्यूज बांग्ला के प्रतिनिधि से फोन पर बातचीत की, लेकिन वे कोई विशेष टिप्पणी करने को तैयार नहीं हुए। उनका दावा है कि न्यूड वीडियो पूरी तरह से सुपर एडिट किए गए। एशियानेट ने बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त तौफीक हसन से भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन नहीं हो सका। हालांकि, उप उच्चायोग की चांसलर की प्रमुख शमीमा यास्मीन ने कहा कि यह मामला संवेदनशील है। इस पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर सच में ऐसा कुछ हुआ तो सरकार कार्रवाई करेगी।
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