कर्नाटक में सिंदगी और हंगल विधानसभा क्षेत्रों के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव होंगे। इन दोनों सीटों पर सत्तारूढ़ भाजपा की पूरी प्रतिष्ठा दांव पर है। वजह यह कि राज्य में बीएस येदियुरप्पा के बाद बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया गया है और येदियुरप्पा के बिना यह पहला चुनाव है।
बेंगलुरू। चुनावी राजनीति में मर्यादाएं तार-तार हो जा रही हैं। कर्नाटक (Karnataka) में हो रहे उपचुनाव के दौरान बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) ने एक दूसरे पर हमलावर होने के लिए भाषा की सारी मर्यादाओं को तोड़ दिया है। बेहद शर्मनाक भाषा में दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर कमेंट किए हैं। यह ट्वीटर वार पूरे देश में जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा।
कर्नाटक में सिंदगी और हंगल विधानसभा क्षेत्रों के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव होंगे। जनता दल सेक्युलर (JDS) के एक विधायक और एक भाजपा विधायक के निधन के बाद ये सीटें खाली हुई थीं। इन दोनों सीटों पर सत्तारूढ़ भाजपा की पूरी प्रतिष्ठा दांव पर है। वजह यह कि राज्य में बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) के बाद बसवराज बोम्मई (Basavraj Bommai) को मुख्यमंत्री बनाया गया है और येदियुरप्पा के बिना यह पहला चुनाव है। यही नहीं हंगल नए मुख्यमंत्री बोम्मई के निर्वाचन क्षेत्र शिगगांव के ठीक बगल में है। उधर, कांग्रेस इस सीट को किसी तरह से जीतना चाहती है।
कैसे हुई ट्वीट वार की शुरूआत?
दरअसल, कर्नाटक कांग्रेस का एक ट्वीट अधिकारिक पेज पर है। इसमें कहा गया है कि ''कांग्रेस ने स्कूल बनवाए थे, इसके बावजूद मोदी ने पढ़ाई नहीं की। एक वयस्क शिक्षा कार्यक्रम था, लेकिन उन्होंने फिर भी पढ़ाई नहीं की। भीख मांगने पर प्रतिबंध है, जो भीख मांगकर आसान जीवन के आदी हैं, वे नागरिकों को भिखारी बना रहे हैं। देश 'अंगूठाछाप मोदी' की वजह से भुगत रहा है।''
कांग्रेस की ट्वीट के बाद बीजेपी ने किया पलटवार
कांग्रेस ने पीएम मोदी को अंगूठाछाप अनपढ़ कहा तो भाजपा ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया.... ''हां हमारे प्रधानमंत्री जी से आपके नेता अलग हैं। प्रधानमंत्री ने किसी और महिला की सिगरेट नहीं फूंकी। बार में डांस नहीं किया। नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में नहीं फंसा। देश के लिए समर्पित जीवन जिया, अपने परिवार के लिए नहीं।"
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