साक्षी मलिक ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि देश की बेटियां हार गईं...बृजभूषण शरण सिंह जीत गए।
Kaiserganj Lok Sabha seat: यूपी की चिरप्रतिक्षित कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी ने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। कैसरगंज से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह की बजाय उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। बृजभूषण शरण सिंह, महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी हैं और उन पर 7 मई को फैसला आना है। हालांकि, छह बार के सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर परिवार में ही उनके बेटे को टिकट देने पर महिला पहलवानों ने आपत्ति जताई है। साक्षी मलिक ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि देश की बेटियां हार गईं...बृजभूषण शरण सिंह जीत गए।
लेकिन अब पहलवान फिर उतरे विरोध में...
ओलंपिक मेडल विनर रहीं साक्षी मलिक ने सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण शरण सिंह को टिकट देने को देश की बेटियों की हार करार दी है। उन्होंने ट्वीट किया कि देश की बेटियां हार गईं, बृजभूषण जीत गए। हम सभी ने अपना करियर दांव पर लगाया और कई दिनों तक धूप और बारिश में सड़कों पर सोए। आज तक, बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया है। हम कुछ भी मांग नहीं रहे थे, हम केवल न्याय की मांग कर रहे थे।
पीड़िता महिला पहलवानों की लड़ाई लड़ने में साक्षी सबसे आगे
भारत के लिए ओलंपिक मेडल जीतने वाली साक्षी मलिक, महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में आंदोलन की अगुवाई की है। साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया आदि ने आंदोलन को लीड किया था। बृजभूषण शरण सिंह के खेमे का ही भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुने जाने के बाद रोते हुए साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था। इसके बाद साक्षी मलिक सहित कई पहलवानों ने अपना पद्मश्री सहित विभिन्न मेडल्स कर्तव्य पथ पर रखकर सरकार को वापस कर अपना विरोध दर्ज कराए थे।
बीजेपी थी काफी पशोपेश में...
पहलवानों के विरोध की वजह से बीजेपी पर बृजभूषण शरण सिंह को कैसरगंज से टिकट देना बड़ा कठिन फैसला लग रहा था। पहली लिस्ट में लखीमपुर खीरी किसान कांड के आरोपी आशीष मिश्रा के पिता व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का नाम था लेकिन कई लिस्ट आने के बाद भी बृजभूषण केवल इंतजार करते रहे। हालांकि, किसी भी सूरत पर बृजभूषण शरण सिंह पीछे हटने को तैयार नहीं थे। वह लगातार चुनाव प्रचार में लगे हुए थे। बीजेपी भी बृजभूषण शरण सिंह का विरोध सहने की स्थिति में नहीं थी। ऐसे में बीच का रास्ता निकालते हुए उनके छोटे बेटे करन भूषण शरण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। बृजभूषण शरण सिंह के बड़े लड़के प्रतीक भूषण शरण सिंह गोंडा से विधायक हैं।
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