इस जीत के बाद राज्यसभा में भाजपा की सीटें भी बढ़ जाएगी और अगले साल तक यहां भी उसको बहुप्रतिक्षित बहुमत मिल जाएगा।
BJP Majority in Rajya Sabha: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव, भारतीय जनता पार्टी के लिए बूस्टर डोज साबित हुआ है। बीजेपी ने जहां अपने किले को बचा लिया है, वहीं कांग्रेस शासित दो राज्यों को छीन भी लिया है। इस जीत के बाद राज्यसभा में भाजपा की सीटें भी बढ़ जाएगी और अगले साल तक यहां भी उसको बहुप्रतिक्षित बहुमत मिल जाएगा। अगले साल, राज्यसभा से 69 सांसद अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं।
राज्यसभा में हैं 239 सांसद
संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा में 239 सदस्य हैं। हालांकि, वर्तमान में राज्यसभा में बीजेपी 94 सांसदों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। कांग्रेस का राज्यसभा में 30 सीटें हैं तो तृणमूल कांग्रेस के 13 सीट्स।
कांग्रेस को अगले साल होगा दो सीटों का फायदा
बीजेपी राज्यसभा में 30 सीटें रिटेन कर सकती है। यह सीटें अगले साल अप्रैल महीना में वेकेंट हो रही हैं। जबकि इन खाली सीटों में कांग्रेस अपनी सीटें तो रिटेन करेगी ही साथ ही दो अतिरिक्त सीटों का फायदा भी होगा। यह एडिशनल दो सीटें तेलंगाना से उसे मिलने जा रही है।
प्रमुख सांसद का कार्यकाल
अप्रैल महीना में पूर्व पीएम डॉ.मनमोहन सिंह, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पुरुषोत्तम रुपाला का कार्यकाल पूरा हो रहा है। डॉ.मनमोहन सिंह और भूपेंद्र यादव राजस्थान से तो धर्मेंद्र प्रधान मध्य प्रदेश और पुरुषोत्तम रुपाला गुजरात से चुनकर राज्यसभा पहुंचे हैं।
राज्यसभा में किसके पास कितने सदस्य?
राज्यसभा में बीजेपी के पास 94 सांसद हैं तो कांग्रेस के 30 सांसद हैं। तृणमूल कांग्रेस के 13 सांसद उच्च सदन में हैं। डीएमके और आम आदमी पार्टी के 10-10 सांसद हैं। जबकि बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के 9-9 राज्यसभा सांसद हैं। केसीआर की पार्टी बीआरएस के 7 राज्यसभा सांसद हैं तो राष्ट्रीय जनता दल के 6 सदस्य हैं। जनता दल यूनाइटेड, सीपीआईएम के पास 5-5 सांसद राज्यसभा में हैं। यूपी में सबसे अधिक 31 सीटें राज्यसभा की भी हैं। जबकि मध्य प्रदेश में 11, राजस्थान में 10, तेलंगाना में 7 और छत्तीसगढ़ में 5 सीटें हैं।
यह भी पढ़ें:
डीएमके सांसद सेंथिल कुमार का विवादित बयान, बीजेपी केवल गौमूत्र राज्यों में चुनाव जीतती…