
मुंबई। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) मंगलवार को एक बड़े व्यापारिक समूह (Business group) पर रेड कर करीब 200 करोड़ रुपये की अनॉडिटेड इन्कम (unaudited income) का पता लगाया है। यह व्यापारिक समूह पुणे बेस्ड (Pune based business group) है। इनका मुख्य धंधा क्रेन्स, या खनन मशीनों का निर्माण है। सीबीडीटी (CBDT) ने इस समूह के करीब 25 लोकेशन्स पर रेड कर इस बेहिसाब संपत्ति का पता लगाया है।
सीबीडीटी अधिकारियों ने सर्च के बाद एक करोड़ रुपये की ज्वेलरी, अनाकाउंटेड कैश समेत तीन बैंक लाकर्स को फ्रीज कर दिया है। सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, "सर्च कार्रवाई में 200 करोड़ रुपये से अधिक की कुल बेहिसाब आय का पता चला है।"
कंपनी का यह है मुख्य काम
पुणे बेस्ड यह कंपनी उत्खनन, क्रेन, कंक्रीट मशीनरी आदि जैसी भारी मशीनरी के निर्माण करती है। इन मशीनों का उपयोग खनन, पाइलिंग और बंदरगाह आदि में किया जाता है।
क्या कहा सीबीडीटी ने?
सीबीडीटी ने कहा कि तलाशी के दौरान इलेक्ट्रॉनिक डेटा के रूप में कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री मिली जिसे जब्त की गई। जब्त किए गए सबूतों के विश्लेषण से पता चलता है कि व्यापार समूह विभिन्न कदाचारों को अपनाकर अपने लाभ को छिपा रहा था। जैसे कि क्रेडिट नोटों के माध्यम से बिक्री को धोखाधड़ी से कम करना, अप्रमाणित व्यापार देय के माध्यम से खर्चों का फर्जी दावा, अप्रयुक्त मुक्त पर खर्च का गैर-वास्तविक दावा- चार्ज सेवाएं, संबंधित पक्षों को गैर-सत्यापन योग्य कमीशन खर्च, राजस्व का गलत तरीके से आस्थगन और मूल्यह्रास के गलत दावे, आदि। सीबीडीटी ने दावा किया कि समूह की संबंधित संस्थाएं कथित तौर पर डीलरों या दलालों से नकद प्राप्तियों, संपत्तियों में बेहिसाब निवेश और बेहिसाब नकद ऋण के सौदे में शामिल थीं।
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