मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में मिले कंकाल बच्चियों के नहीं, जिनकी हत्या का शक था वह 35 बच्चियां जिंदा मिलीं

बिहार के मुजफ्फरपुर में शेल्टर होम में बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में जो बताया, वो चौंकाने वाला है। सीबीआई ने कहा कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में किसी बच्ची की हत्या नहीं हुई। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 8, 2020 11:45 AM IST / Updated: Jan 08 2020, 05:46 PM IST

नई दिल्ली. बिहार के मुजफ्फरपुर में शेल्टर होम में बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में जो बताया, वो चौंकाने वाला है। सीबीआई ने कहा कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में किसी बच्ची की हत्या नहीं हुई। जिन 35 बच्चियों की हत्या की आशंका जताई जा रही थी वह सभी जिंदा है। शेल्टर होम में जो कंकाल मिले हैं वह किसी और के हैं।

- बता दें कि 2 साल पहले इस शेल्टर होम में बच्चियों से दुष्कर्म की खबर ने पूरे देश को चौंका दिया था। तब आरोप लगा था कि शेल्टर होम को चलाने वालों ने कुछ बच्चियों की हत्या भी कर दी है। शेल्टर होम के संचालक ब्रजेश ठाकुर समेत दूसरे लोगों पर चले मुकदमे का फैसला 14 जनवरी को आना है। 

जांच के दौरान मिली सभी 35 बच्चियां
सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि शेल्टर होम से 35 बच्चियों के गायब होने की बात कही गई थी, उसमें से कुछ की हत्या की आशंका जताई गई थी, लेकिन सभी 35 बच्चियां मिल गई हैं। 

सीबीआई ने बताया कि 2 कंकाल किसके

शेल्टर होम के पास जो 2 मानव कंकाल मिले, वह किसी बच्ची के नहीं थे बल्कि वयस्क पुरुष और वयस्क महिला के कंकाल थे। वे दोनों कौन थे इसकी जांच चल रही है। 

17 शेल्टर होम की जांच पूरी

जांच एजेंसी की तरफ से पेश अटॉर्नी चनरल केके वेणुगोपाल ने कोर्ट में बताया कि मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम सहित बिहार के सभी 17 शेल्टर होम की जांच पूरी की जा चुकी है। कोर्ट ने शेल्टर होम में बच्चियों पर अत्याचार के मामले में खुद संज्ञान लिया था। 

फरवरी 2018 
शेल्टर होम में अत्याचार को खुलासा सोशल ऑडिट में हुआ था। मुजफ्फरपुर के बालिका गृह का फरवरी 2018 में सोशल ऑडिट हुआ। बिहार के समाज कल्याण विभाग की सिफारिश पर टीआईएसएस की एजेंसी कोशिश ने शेल्टर होम का सोशल ऑडिट किया था। एजेंसी ने ही बालिका गृह में रह रही बच्चियों के साथ हो रहे अत्याचार को उजागर किया था।

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