चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित CM हैं। नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के विवाद से उन्हें फायदा मिला है। आज उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
चंडीगढ़.चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के नये मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। उन्हें राज्यपाल बीएल पुरोहित ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। पंजाब में दो डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। कार्यक्रम में राहुल गांधी भी पहुंचे। हालांकि पहले उनके यहां आने का प्रोग्राम नहीं था। वे देरी से यहां पहुंचे, ऐसे में शपथ ग्रहण समारोह 15-20 मिनट देरी से शुरू हुआ। समारोह में कैप्टन अमरिंदर सिंह नहीं पहुंचे। PM नरेंद्र मोदी ने पंजाब के CM पद की शपथ लेने पर चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी है। मोदी ने कहा-'पंजाब के लोगों की भलाई के लिए पंजाब सरकार के साथ काम करना जारी रखेंगे।' (Pic: शपथ के बाद चन्नी को बधाई देते सिद्धू, हरीश रावत और अन्य नेता)
मुख्यमंत्री बनते ही पहला ऐलान
चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण के बाद मीडिया से चर्चा में ऐलान किया कि पंजाब सरकार किसानों के बिजली-पानी के बिल माफ करेगी। इसके अलावा किसान आंदोलन को लेकर वो किसानों को साथ खड़ी है। केंद्र सरकार से कृषि कानून वापस लेने की अपील करती है।
चन्नी ने कहा-कांग्रेस ने आम आदमी को मुख्यमंत्री बनाया है। मैं कांग्रेस पार्टी का धन्यवाद करता हूं। हम किसानों के पानी और बिजली के बिल माफ़ करेंगे। पंजाब सरकार किसानों के साथ है। हम केंद्र सरकार से तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेना का निवेदन करते हैं। यह आम आदमी की सरकार है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में बहुत अच्छा काम किया।
राहुल गांधी ने दी बधाई, सिद्धू के चेहरे पर दिखा जीत का जोश
चरणजीत सिंह चन्नी के पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद बधाइयों का तांता लग गया। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने उन्हें बधाई दी। राहुल गांधी ने भी चन्नी को बधाई दी।
पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री(Chief Minister) बने चरणजीत सिंह चन्नी शपथ ग्रहण के लिए नवजोत सिंह सिद्धू और और पंजाब के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के साथ राजभवन के लिए निकले थे। शपथ ग्रहण के बाद पंजाब भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। पंजाब में दो डिप्टी CM बनाए गए हैं। एक डिप्टी सीएम के लिए पहले ब्रह्ममोहिंदरा का नाम घोषित किया गया था। लेकिन वे कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी रहे हैं, लिहाजा उनका पत्ता कट गया और उनकी जगह ओपी सोनी का नाम आगे कर दिया गया। दूसरे डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा हैं हैं। वे सीएम की दौड़ में शामिल थे। बता दें कि रंधावा जट्ट सिख कम्युनिटी से आते हैं। जबकि ओपी सोनी हिंदू नेता हैं।
कौन हैं डिप्टी CM ओपी सोनी
ओपी सोनी भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते रहे हैं। जब उन्हें कैप्टन की सरकार में मंत्री बनाया था, तब शपथ ग्रहण से पहले उन्हें कैप्टन के पैर छुए थे। सोनी हिंदू नेता हैं। ओपी सोनी अपने रॉयल अंदाज के लिए फेमस हैं। वहीं, उनका गुस्सा भी तेज है। वे ब्रांडेड कपड़े, गाड़ियां आदि के शौकीन हैं। कहते हैं कि उनके कपड़े मुंबई से सिलकर आते हैं। उन्हें गाड़ी में भजन और शबद सुनना पसंद है। सोन हिंदू कॉलेज से पढ़े हैं। उन्हें 0011 नंबर की गाड़ियां चलाने का शौक है।
जानिए डिप्टी CM रंधावा के बारे में
जट्ट सिख समुदाय से आने वाले डिप्टी CM सुखजिंदर सिंह रंधावा कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के करीबी हैं। रंधावा ने ही सुनील जाखड़ को गुरदासपुर उपचुनाव जितवाने में ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। पहले सीएम के लिए रंधावा के नाम की चर्चा थी। रंधावा गांधी फैमिली के काफी करीबी माने जाते हैं। वे पंजाब में कांग्रेस के लिए कई जिम्मेदारियां निभा चुके हैं।रंधावा कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में जेल और सहकारिता मंत्री भी रहे हैं। वह मूल रुप से पंजाब के माझा क्षेत्र के गुरदासपुर ज़िले के रहने वाले हैं। वह डेरा बाबा नानक सीट से विधायक हैं और तीन बार 2002, 2007 और 2017 में कांग्रेस विधायक रहे हैं। रंधावा राज्य कांग्रेस के उपाध्यक्ष और एक जनरल सेक्रेटरी के पद पर रह चुके हैं।
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पहले गुरुद्वारे पहुंचे थे चन्नी
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब के Chief Minister की कुर्सी पर बैठने से पहले चरणजीत सिंह चन्नी सोमवार सुबह रूपनगर के श्री कटलगढ़ साहिब में अरदास करने पहुंचे। दलित नेता दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी का नाम का नाम ऐन मौके पर सामने आया था।
शपथ से पहले आए ये बयान
पंजाब कांग्रेस नेता हरमिंदर सिंह गिल ने सुनील जाखड़ के बयान पर टिप्पणी की है। गिल ने कहा कि चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला पार्टी आलाकमान का है, हरीश रावत का नहीं। बता दें कि हरीश रावत ने कहा है कि अगला चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़े जाएंगे।
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