आखिर इस मास्क में ऐसा क्या है, जो 12वीं में पढ़ने वाली लड़की ने कहा- ये कोरोना को मार देगा

देश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। इसी बीच बंगाल के बर्धमान की 12 वीं की छात्रा ने चौंकाने वाला दावा किया है। दरअसल, छात्रा दिगांतिका बोस का कहना है कि उन्होंने ऐसा मास्क बनाया है, जो कोरोना वायरस को मार देगा। अब ये मास्क मुंबई में गूगल म्यूजियम डिजाइन एक्सीलेंस प्रदर्शित किया जाएगा। 

Asianet News Hindi | Published : May 11, 2021 10:36 AM IST / Updated: May 17 2021, 11:47 AM IST

कोलकाता. देश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। इसी बीच बंगाल के बर्धमान की 12 वीं की छात्रा ने चौंकाने वाला दावा किया है। दरअसल, छात्रा दिगांतिका बोस का कहना है कि उन्होंने ऐसा मास्क बनाया है, जो कोरोना वायरस को मार देगा। अब ये मास्क मुंबई में गूगल म्यूजियम डिजाइन एक्सीलेंस प्रदर्शित किया जाएगा। 

इंडिया टुडे से खास बातचीत में दिगांतिका ने कहा कि उसके बनाए मास्क में तीन चेंबर हैं। इसमें निगेटिव आयन जेनरेटर है, जो हवा में धूल के कणों को फिल्टर करता है। जब फिल्टर की गई हवा दूसरे चेंबर में जाती है, यह हवा तीसरे चेंबर में जाती है, जो कैमिकल चेंबर है जिसमें साबुन और पानी का मिश्रण होता है। यह कोरोना वायरस को मार सकता है।

तीसरे चेंबर में पहुंचते ही कोरोना का होगा द एंड
दिगांतिका बोस ने बताया कि हम जानते हैं कि पानी और साबुन कोरोना को मार सकता है। इसलिए जब हवा तीसरे चेंबर में पहुंचती है, तो इसमें मौजूद कैमिकल मिश्रण में कोरोना वायरस को खत्म करने की क्षमता है 
  
संक्रमित शख्स से भी नहीं फैलेगा कोरोना
इसी तरह से जब संक्रमित व्यक्ति इस मास्क को पहनेगा, उसकी सांस से निकलने वाला कोरोना वायरस इस मास्क के जरिए खत्म हो जाएगा और सामने वाला शख्स संक्रमित नहीं होगा। दिगांतिका ने बताया कि उसने इस मास्क के ट्रायल के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया है। उन्हें विश्वास है कि यह कोरोना के खिलाफ एक अच्छा विकल्प हो सकता है। 
 
पहली लहर के समय बनाया था मास्क
12वीं में पढ़ने वाली दिगांतिका ने बताया कि उन्होंने यह मास्क कोरोना की पहली लहर के समय बनाया था। उस वक्त देश में लॉकडाउन था। ऐसे में उन्हें इसे बनाने के लिए जो सामान मिला, उसी से इसे तैयार किया। दिगांतिका पहले भी इस तरह के उपकरण बना चुकी हैं। उन्होंने इससे पहले सुंदरबन के स्थानीय लोगों के लिए एक चश्मा तैयार किया था। जिसमें व्यक्ति बिना मुड़े पीछे का देख सकता है। यह स्थानीय लोगों को जानवरों से बचाने के लिए था। इतना नहीं, दिगांतिका को तीन बार एपीजे अब्दुल कलाम इग्नाइट अवार्ड भी मिल चुका है। 

Asianet News का विनम्र अनुरोधः आइए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं...। जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona

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