नई आबकारी नीति (जिसे बाद में निरस्त कर दिया गया) में आरोपी बनाए गए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया मां का आशीर्वाद लेकर CBI दफ्तर पहुंचे। पत्नी ने उनका तिलक किया। सिसोदिया ने लगातार कुछ ट़्वीट भी किए। इस बीच सीबीआई दफ्तर के बाहर AAP कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली. विवादास्पद दिल्ली आबकारी नीति (now-scrapped Delhi Excise policy) मामले में चल रही जांच के सिलसिले में सोमवार (17 अक्टूबर) को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) के ऑफिस में पूछताछ के लिए पहुंचे। सिसोदिया से करीब 9 घंटे पूछताछ हुई। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक जनसभा में नारा दिया, 'जेल के ताले टूटेंगे, मनीष सिसोदिया छूटेंगे'।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोशल मीडिया पर सिसोदिया से सीबीआई की पूछताछ पर आक्रामण रुख अख्तियार किया है। इधर, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनका कुर्ता फाड़ दिया। एक सांसद के साथ जुल्म हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने की साजिश का जवाब जनता अपने वोट से देगी। इससे पहले CBI दफ्तर के बाहर बैठे AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने वहां से हटने की चेतावनी देना शुरू कर दी थी। जब वे नहीं हटे, तो पुलिस ने उन्हें जबरन हटा दिया। इस दौरान संजय सिंह को हिरासत में लेना पड़ा।
किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने सिसोदिया के घर के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई थी। सीबीआई दफ्तर जाने से पहले सिसोदिया राजघाट में महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर पहुंचे।
मनीष सिसोदिया के आवास पर कार्यकर्ताओं के जुटने की आशंका के चलते यह निर्णय लिया गया। सिसोदिया के घर के आसपास दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल की भारी तैनाती रही।
लगातार tweet करके मनीष सिसोदिया ने कहा
नई आबकारी नीति(जिसे बाद में निरस्त कर दिया गया) में आरोपी बनाए गए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया मां का आशीर्वाद लेकर CBI दफ्तर के लिए निकले। पत्नी ने उनका तिलक किया। सिसोदिया ने लगातार कुछ ट़्वीट भी किए। सिसोदिया ने लिखा-मेरे ख़िलाफ़ पूरी तरह से फर्जी केस बनाकर इनकी तैयारी मुझे गिरफ्तार करने की है। मुझे आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार के लिए गुजरात जाना था। ये लोग गुजरात बुरी तरह से हार रहे हैं। इनका मक़सद मुझे गुजरात चुनाव प्रचार में जाने से रोकना है। लेकिन मेरे जेल जाने से गुजरात का चुनाव प्रचार रुकेगा नहीं। आज हर गुजराती खड़ा हो गया है। अच्छे स्कूल, अस्पताल, नौकरी, बिजली के लिए गुजरात का बच्चा बच्चा अब चुनाव प्रचार कर रहा है। गुजरात का आने वाला चुनाव एक आंदोलन होगा। मेरे खिलाफ़ एक पूरी तरह से फ़र्ज़ी केस बनाया हुआ है। मेरे घर रेड की, कुछ नहीं मिला, मेरे सारे बैंक लॉकर देखे, कुछ नहीं मिला, मेरे गांव में जाकर सारी जांच कीं, कुछ नहीं मिला। ये केस पूरी तरह से फर्जी है। यह भी पढ़ें-Delhi Excise policy: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की दिल्ली में फिर 25 जगहों पर छापेमारी
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भाजपा ने कसा तंज
मनीष सिसोदिया के राजघाट जाने पर भाजपा ने तंज कसा है। पार्टी प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने कहा-आज जिस प्रकार से मनीष सिसोदिया एक खुले कार में अपने समर्थकों के साथ नारे लगाते हुए निकले हैं ऐसा लग रहा है कि मानों कोई किला फतह कर वापस आ रहा है। ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि ये जश्ने भ्रष्टचार है। मैं मनीष जी से पूछना चाहता हूं कि आप वही पार्टी हैं जिसने अन्ना हजारे जी को लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन किया था और आपने प्रतिज्ञा ली थी कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे। जो लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आए थे आज वही सबसे कट्टर बेईमान पार्टी बनकर उभरी है।
सही मायने में देखा जाए तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की जो नौटंकी है वो सही मायने में एक ही किस्म की है।आज जिस प्रकार के आम आमदी पार्टी का जो ड्रामा देखने को मिल रहा है, आप याद करिए चंद दिनों पहले ठीक इसी प्रकार का दृश्य राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी का देखने को मिल रहा था। जब राहुल गांधी को भ्रष्टाचार के मामले में बुलाया गया था, तब ठीक इसी प्रकार कांग्रेस पार्टी नौटंकी करने में लगी थी, प्रदर्शन करने में लगी थी। ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि ये जश्ने भ्रष्टचार है। पहले तो भ्रष्टाचार कीजिए, दलाली करिए और जब आपसे सवाल पूछा जाए तो आप जश्न मनाइए।
आम आदमी कितनी बड़ी नौटंकी पार्टी है कि जो लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आए थे, आज वही सबसे कट्टर बेईमान पार्टी बनकर उभरी है। मनीष सिसोदिया जी मैं ये पूछना चाहता हूं कि आप वही पार्टी हैं जिसने अन्ना हजारे जी को लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन किया था। पूरे भारत वर्ष में आपने प्रतिज्ञा ली थी कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे। सत्याग्रह और भ्रष्टाचार में कोई मेल ही नहीं है। इससे भगत सिंह जी का भी अपमान और महात्मा गांधी जी का भी घोर अपमान है। राहुल गांधी जी भी वहीं गए थे और मनीष सिसोदिया भी वहीं गए। आजकल एक नया प्रचलन शुरू हो गया है। जब भ्रष्टाचारियों से सवाल-जवाब करने के लिए बुलाया जाता है, तो ये सबसे पहले राजघाट चले जाते हैं कि हम सत्याग्रह करेंगे।
क्या है आबकारी नीति करप्शन केस?
दिल्ली सरकार बीते साल नई आबकारी नीति लाई थी। दिल्ली आबकारी नीति के लागू होने के बाद आप सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। आरोप है कि इस नीति से डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने करीबियों को लाभ पहुंचाया है। इसके एवज में उनके खास लोगों के माध्यम से करोड़ों रुपयों का ट्रांसफर किया गया है। बीते दिनों दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इस मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। हालांकि मामला उलझते देख अरविंद केजरीवाल ने आबकारी नीति वापस ले हुए पुरानी बहाल कर दी थी। विवादास्पद आबकारी नीति 17 नवम्बर 2021 को लागू की गई थी।
एक अगस्त को कैंसल कर दी गई थी नई आबकारी नीति
दिल्ली में संचालित 468 निजी शराब की दुकानें 1 अगस्त से बंद कर दी गई थीं। दिल्ली के मुख्य सचिव की एक रिपोर्ट के आधार पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियात्मक खामियों की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। भाजपा ने आप सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पूछा था कि आप को जवाब देना चाहिए कि नीति के तहत लाइसेंसधारियों का कमीशन 2.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत क्यों किया गया? इस पर आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया ने जवाब दिया था किनई आबकारी नीति में ओपन टेंडर के माध्यम से पारदर्शी तरीके से लाइसेंस जारी किए गए। पुराने शासन में सरकार को 6,000 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होता था, जबकि नई आबकारी नीति से सरकार को पूरे वर्ष में 9,500 करोड़ रुपये का राजस्व मिलना तय था।
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