दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी कक्षाओं के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री आतिशी ने GRAP-4 के तहत यह फैसला लिया है, जिसके अनुसार स्कूल ऑनलाइन कक्षाओं का इंतजाम करेंगे।
Delhi Pollution News: दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है, जिसके चलते 10वीं और 12वीं को छोड़कर बाकी सभी स्टूडेंट की क्लासेस बंद कर दी गई हैं। लगातार पांचवें दिन हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर बनी रहने के कारण दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को ये फैसला लिया। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण के तहत सख्त उपाय लागू किए हैं, जो सोमवार को सुबह 8 बजे से प्रभावी हो गए हैं। GRAP-4 के तहत सभी स्कूल ज्यादातर स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन लर्निंग का इंतजाम करेंगे।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- कल से जीआरएपी-4 लागू होने के साथ ही कक्षा 10 और 12 के अलावा सभी छात्रों के लिए फिजिकल क्लासेस बंद कर दी जाएंगी। सभी स्कूल अगले आदेश तक ऑनलाइन क्लासेस का इंतजाम करेंगे। बता दें कि दिल्ली-NCR में लंबे समय से खराब एयर क्वालिटी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते लोगों में हेल्थ रिलेटेड इश्यू भी बढ़ते जा रहे हैं। हरियाणा में डिप्टी कमिश्नर्स को लोकल लेवल पर प्रदूषण के स्तर का आकलन कर प्रभावित जिलों में पांचवीं तक की क्लास को अस्थायी रूप से बंद करने के लिए कहा गया है।
रविवार शाम को दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI लेवल 457 तक पहुंच गया। बता दें कि 300 से ज्यादा एक्यूआई को खतरनाक माना जाता है। हवा की क्वालिटी बेहद खराब होने की वजह से ही वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत कड़े नियम लागू करने का फैसला किया।
बेहद जरूरी चीजों को ट्रांसपोर्ट करने वाले या फ्यूल (एलएनजी/ सीएनजी/बीएस-VI डीजल/ इलेक्ट्रिक) का उपयोग करने वाले ट्रकों को छोड़कर किसी भी ट्रक को दिल्ली में एंट्री नहीं मिलेगी। इसके अलावा हाईवे, सड़क, फ्लाईओवर, बिजली लाइनों, पाइपलाइनों और अन्य पब्लिक प्रोजेक्ट समेत सभी तरह के कंस्ट्रक्शन वर्क पर अस्थायी रोक लगा दी गई है।
दिल्ली NCR में खतरनाक प्रदूषण को देखते हुए तमाम दफ्तरों में 50% वर्क फ्रॉम होम लागू करने के लिए कहा गया है। CAQM पैनल ने सुझाव दिया है कि तमाम ऑफिसों में आधे लोग ही बुलाएं जाएं, बाकियों को घर से काम करने की सुविधा दी जाए। इसके अलावा गाड़ियों के लिए एक बार फिर ऑड-ईवन सिस्टम लागू करने के लिए कहा गया है।
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