
Donald Trump calls Narendra Modi: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करना चाहते हैं, लेकिन मोदी फोन नहीं उठा रहे। पिछले कुछ सप्ताह में ट्रंप ने चार बार बात करने की कोशिश की, लेकिन पीएम मोदी से इनकार कर दिया। यह दावा जर्मन अखबार फ्रैंकफर्टर अल्गेमाइन (FAZ) ने किया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार भारत और पाकिस्तान के बीच मई में हुई लड़ाई रुकवाने का दावा किया है। भारत सरकार ने इसकी सच्चाई से इनकार किया है। साफ कहा है कि पाकिस्तान की अपील पर संघर्ष रोकने का फैसला हुआ। इसमें तीसरे देश का कोई रोल नहीं है। ऐसे में FAZ ने दावा किया है कि मोदी झूठे ट्रंप का फोन रिसीव नहीं कर रहे।
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर पहले 25% टैरिफ लगाया था। बाद में रूसी तेल खरीदने की बात कह 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इससे कुल टैरिफ 50% हो गया है। इससे भारत-अमेरिका संबंध खराब हुए हैं। ट्रंप ने भारत के खिलाफ बयानबाजी भी की है।
ट्रंप ने 31 जुलाई को कहा, "मुझे इसकी परवाह नहीं है कि भारत रूस के साथ क्या करता है। वे दोनों मिलकर अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को नीचे गिरा सकते हैं।" पीएम मोदी ने 10 अगस्त को ट्रंप की "मृत अर्थव्यवस्था" वाले बयान पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया। कहा कि भारत दुनिया की टॉप तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की ओर बढ़ रहा है। ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ की ओर इशारा करते हुए पीएम ने 25 अगस्त को कहा, "दबाव कितना ही क्यों न आए हम झेलने की अपनी ताकत बढ़ाते जाएंगे"।
भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर 17 जून को बात हुई थी। दोनों को कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान मिलना था, लेकिन ट्रंप तय समय से पहले ही अमेरिका लौट आए। विदेश मंत्रालय ने 18 जून को कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप के अनुरोध पर दोनों नेताओं ने 17 जुलाई को फोन पर बात की। बातचीत लगभग 35 मिनट तक चली।"
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विदेश मंत्रालय ने कहा कि ट्रंप ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले पर अपनी संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ समर्थन व्यक्त किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की यह पहली बातचीत थी।