Farmers Delhi Chalo march: किसानों ने 'दिल्ली चलो' मार्च सोमवार को शुरू किया तो हर ओर त्राहिमाम मच गया। हजारों किसानों के दिल्ली की ओर कूच करने से नोएडा और दिल्ली की यातायात बुरी तरह से चरमरा गई। दिल्ली और नोएडा में जाम की वजह से गाड़ियां रेंगने लगी। भारतीय किसान परिषद के आह्वान पर कम से कम 20 जिलों के किसानों ने विरोध मार्च में भाग लिया है। किसानों को रोकने के लिए भारी सुरक्षा बल हर ओर तैनात किया गया है। पुलिस बैरिकेड्स लगाए गए हैं। हालांकि, शाम होते होते लोगों की परेशानियों को देखते हुए कई एक्सप्रेसवे से किसानों ने हटने का फैसला किया और केंद्र सरकार को अपनी मांगे मनवाने के लिए एक सप्ताह की मोहलत भी दी है। किसान तबतक अपना विरोध प्रदर्शन अंबेडकर पार्क में करेंगे। किसानों के ऐलान के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे खाली होने लगा है और ट्रैफिक फिर से चालू हो गई।
किसानों के मार्च की वजह से दिल्ली-एनसीआर के कई क्षेत्रों में भारी जाम है। लोग घंटों से जाम में फंसे रहे। गाड़ियां रेंगते हुए इंच-दर-इंच आगे बढ़ रहीं। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए एक वीडियो में चिल्ला बॉर्डर पर कारें धीमी गति से चलती दिख रही हैं जबकि डीएनडी पर कम से कम 10 लेन में सभी वाहन रुके हुए दिख रहे हैं।
किसानों के मार्च को देखते हुए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है। लोगों को आंदोलन वाले रूट्स की बजाय वैकल्पिक मार्गों के उपयोग के लिए सलाह दी गई है। ट्रैफिक एडवाइजरी ने बताया कि चिल्ला बॉर्डर से ग्रेटर नोएडा: सेक्टर 14-ए फ्लाईओवर, गोलचक्कर चौक, संदीप पेपर मिल चौक, झुंझुपुरा चौक कालिंदी बॉर्डर से दिल्ली: महामाया फ्लाईओवर, सेक्टर-37; ग्रेटर नोएडा से दिल्ली: चरखा गोल चक्कर, कालिंदी कुंज या हाजीपुर अंडरपास सेक्टर-51 और मॉडल टाउन होते हुए; यमुना एक्सप्रेसवे ट्रैफ़िक: जेवर टोल से बाहर निकला जा सकता। खुर्जा और जहाँगीरपुर होते हुए आगे बढ़कर पेरिफेरल एक्सप्रेसवे ट्रैफ़िक: सिरसा के बजाय दादरी या डासना एग्जिट से निकलने की सलाह दी गई है।
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