कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) के साथ बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी ने कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसे खतरे से निपटने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए।
नई दिल्ली। जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) के साइड लाइन पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस दौरान नरेंद्र मोदी ने जस्टिन ट्रूडो से दो टूक कहा कि कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियां हो रही हैं।
नरेंद्र मोदी ने जस्टिन ट्रूडो के साथ अपनी बैठक के दौरान कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की। मोदी ने कहा कि कनाडा में चरमपंथी तत्वों द्वारा भारत के खिलाफ काम किए जा रहे हैं।
प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा, "नरेंद्र मोदी ने चरमपंथी तत्वों द्वारा कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के बारे में हमारी गहरी चिंताओं से अवगत कराया। वे अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं। भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं। राजनयिक परिसरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं।"
पीएमओ ने कहा, "नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, रूल ऑफ लॉ के प्रति सम्मान और लोगों से लोगों के मजबूत संबंधों पर आधारित हैं।" कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों के संबंध में पीएम मोदी ने कहा कि इन चरमपंथी ताकतों का संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ जुड़ाव कनाडा के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। ऐसे खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों के लिए सहयोग करना जरूरी है।"
खालिस्तान गतिविधियों पर क्या बोले जस्टिन ट्रूडो?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत की G20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। खालिस्तान उग्रवाद और विदेशी हस्तक्षेप के बारे में सवाल किए जाने पर ट्रूडो ने कहा कि कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण विरोध और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखेगा। कनाडा हिंसा को रोकने के काम कर रहा है। हम नफरत के खिलाफ हैं।
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ट्रूडो ने कहा, “मुझे लगता है कि कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं। हमने कानून के शासन का सम्मान करने के महत्व पर प्रकाश डाला है। हमने विदेशी हस्तक्षेप के बारे में बात की है।”
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