नया ई-फाइलिंग पोर्टल ठीक हुआ तो 2 करोड़ से अधिक रिटर्न हो गए फाइल, 1.70 करोड़ से ज्यादा रिटर्न ई-सत्यापित

नया पोर्टल 7 जून, 2021 को लॉन्च किया गया था। हालांकि, शुरुआत में टैक्सपेयर्स को पोर्टल के कामकाज में गड़बड़ियों और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन अब टेक्निकल दिक्कतों का समाधान होने के बाद लोगों ने लॉग-इन करना शुरू कर दिया है।

नई दिल्ली। देश में इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax returns) नए पोर्टल (new e-filing portal) पर भरने वालों की संख्या दो करोड़ को पार कर गई है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income tax department) के ई-फाइलिंग पोर्टल (www.incometax.gov.in) पर 13 अक्टूबर, 2021 तक आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने वालों की संख्या 2 करोड़ से ज्यादा हो गई है। नया पोर्टल 7 जून, 2021 को लॉन्च किया गया था। हालांकि, शुरुआत में टैक्सपेयर्स को पोर्टल के कामकाज में गड़बड़ियों और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन अब टेक्निकल दिक्कतों का समाधान होने के बाद लोगों ने लॉग-इन करना शुरू कर दिया है।

13 अक्टूबर तक साढ़े तेरह करोड़ ने किया लॉग-इन

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13 अक्टूबर, 2021 तक 13.44 करोड़ से ज्यादा टैक्सपेयर्स ने लॉग इन किया है। लगभग 54.70 लाख करदाताओं ने अपने पासवर्ड हासिल करने के लिए ‘फॉरगेट पासवर्ड’ सुविधा का लाभ उठाया है। सभी आयकर रिटर्न ई-फाइलिंग के लिए उपलब्ध करा दिए गए हैं। 

असेसमेंट ईयर 2021-22 के लिए पोर्टल पर 2 करोड़ रिटर्न

आकलन वर्ष 2021-22 के लिए पोर्टल पर 2 करोड़ से ज्यादा आईटीआर फाइल किए जा चुके हैं, जिसमें आईटीआर 1 और 4 का 86 प्रतिशत योगदान है। 1.70 करोड़ से ज्यादा रिटर्न ई-सत्यापित किए जा चुके हैं, जिनमें से 1.49 करोड़ को आधार आधारित ओटीपी के माध्यम से किए गए हैं। विभाग के लिए आईटीआर की प्रक्रिया शुरू करने और रिफंड, यदि कोई हो, जारी करने के लिए आधार ओटीपी और अन्य तरीकों के माध्यम से ई-सत्यापन की प्रक्रिया महत्वपूर्ण है।

सत्यापित आईटीआर 1 और 4 में से 1.06 करोड़ आईटीआर प्रोसेस कर दिए गए हैं और आकलन वर्ष 2021-22 के लिए 36.22 लाख रिफंड जारी कर दिए गए हैं। आईटीआर 2 और 3 की प्रोसेसिंग जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।

एनआरआई के डिजिटल सिग्नेचर भी होगा रजिस्टर्ड

अप्रवासियों के डिजिटल सिग्नेचर (DSC) का पंजीकरण संभव हो गया है और कुल 4.87 lakh डीएससी पंजीकरण हो गए हैं। डीएससी पंजीकरण की सरल प्रक्रिया में एक व्यक्ति को एक बार में सिर्फ अपनी डीएससी पंजीकृत कराना होता है और वह इसे उस हर इकाई में उपयोग कर सकता है, जहां वह एक साझीदार, निदेशक आदि है और किसी भी इकाई या भूमिका के लिए उसे पुनः पंजीकरण नहीं करना होता है।

टीडीएस स्टेटमेंट का यह है स्टेटस

13 अक्टूबर, 2021 तक 9.08 लाख टीडीएस स्टेटमेंट (TDS statement), ट्रस्ट/संस्थानों के पंजीकरण के लिए 1.29 लाख प्रपत्र 10ए, वेतन के एरियर के  लिए 1.98 लाख प्रपत्र 10 ई, अपील फाइल करने से जुड़े 23,920 प्रपत्र 35 और 22,075 डीटीवीएसवी प्रपत्र सहित 15.72 लाख से ज्यादा वैधानिक प्रपत्र जमा किए जा चुके हैं। 
करदाताओं से मिले फीडबैक की प्रतिक्रिया में, विदेशी प्रेषण के लिए आवश्यक 15सीए और 15सीबी प्रपत्र जमा करने की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। 21.40 लाख से ज्यादा ई-पैन (e-PAN) मुफ्त में ऑनलाइन आवंटित किए गए हैं। पंजीकरण और अनुपालन के लिए कानूनी वारिस संबंधी कार्य को संभव बना दिया गया है।

इसके अलावा, आकलन और स्थगन की मांग या नियुक्ति और अधिकृत प्रतिनिधियों द्वारा फाइलिंग के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सहित अन्य कार्यक्षमताओं के साथ ई-प्रोसीडिंग और फेसलेस प्रोसीडिंग को संभव बना दिया गया है। करदाता फेसलेस असेसमेंट/अपील/जुर्माना कार्रवाई के तहत विभाग द्वारा जारी 12.20 लाख नोटिस देखने में सक्षम हो गए हैं, जिसमें से 6.24 लाख प्रतिक्रिया जमा कर दी गई हैं।

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