नेपाल सरकार ने जयनगर से कुर्था के बीच पांच कोच वाली दो डेमू ट्रेन चलाने की इच्छा जताई है। कुर्था और बिजलपुरा के बीच ट्रैक बिछाने और सिग्नलिंग का काम भी पूरा किया जा चुका है।
नई दिल्ली। अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) बनकर तैयार हो रहा है तो श्रीराम के देश से जनक नंदिनी के घर तक को जोड़ा जा रहा है। नए साल पर भारत और नेपाल (Train to India-Nepal)के बीच रेल सेवा शुरू हो सकेगी। जनवरी 2022 में दोनों देशों के बीच रेल सेवा शुरू होने की संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जयनगर से बर्दीबास ट्रैक (Jainagar-Bardibas rail route) के कुर्था स्टेशन तक रेल सेवा की शुरुआत होगी। भारतीय रेलवे जयनगर से बर्दीबास तक 68 किलोमीटर तक के इस प्रोजेक्ट को फाइनल टच देने में लगा हुआ है।
कुर्था स्टेशन तक दौड़ने लगेगी ट्रेन
दरअसल, दोनों देशों को जोड़ने वाली रेल लाइन जयनगर बर्दीबास प्रोजेक्ट को तीन हिस्सों में बांटकर पूरा करने की कवायद की जा रही है। जयनगर से कुर्था, कुर्था से बिजलपुरा और बिजलपुरा से बर्दीबास तक। पूरे रूट यानी जयनगर से बर्दीबास की बात करें तो आठ स्टेशन हैं और आधा दर्जन हाल्ट हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार जयनगर से कुर्था तक का सब काम पूरा हो चुका है और इस ट्रैक पर रेल सेवा जनवरी 2022 से शुरू की जा सकती है।
दस डेमू ट्रेन भी कोंकण रेलवे ने नेपाल को सौंपे
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार के अनुसार जयनगर से कुर्था लाइन को बहुत पहले पूरा कर लिया गया था। कोंकण रेलवे ने सितंबर 2020 में कम से कम 10 डेमू ट्रेन के कोच नेपाल सरकार को सौंप दिए थे। जल्द ही इस रूट पर ट्रेन्स सकेंगी।
जल्द ही बर्दीबास भी रेल से जुड़ जाएगा
राजेश ने बताया है कि नेपाल सरकार ने जयनगर से कुर्था के बीच पांच कोच वाली दो डेमू ट्रेन चलाने की इच्छा जताई है। यह भी बताया है कि कुर्था और बिजलपुरा के बीच ट्रैक बिछाने और सिग्नलिंग का काम भी पूरा किया जा चुका है। जयनगर से कुर्था के बीच रेल सेवा शुरू होने के बाद विशेषज्ञों की एक टीम कुर्था-बिजलपुरा रूट पर स्पीडी ट्रायल करेगी। इसके बाद तीसरे और आखिरी चरण में बिजलपुरा से बर्दीबास तक 17 किलोमीटर का काम पूरा किया जाएगा।
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