कोरोना संकट के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 23 मार्च से सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर रोक लगा दी थी। सरकार जरूरत के कोरोना संकट के मद्देनजर प्रतिबंध की अवधि बार-बार बढ़ा रही है। अब सरकार ने कोविड-19 वैश्विक महामारी को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक 30 नवंबर 2020 तक बढ़ा दी है।
नई दिल्ली. कोरोना संकट के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 23 मार्च से सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर रोक लगा दी थी। सरकार जरूरत के कोरोना संकट के मद्देनजर प्रतिबंध की अवधि बार-बार बढ़ा रही है। अब सरकार ने कोविड-19 वैश्विक महामारी को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक 30 नवंबर 2020 तक बढ़ा दी है। हालांकि, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने कहा है कि विशेष आधार पर चुनिंदा रूट्स के लिए सक्षम प्राधिकारी इंटरनेशनल शिड्यूल्ड फ्लाइट्स की अनुमति दे सकते हैं।
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को भारत में फैलने से रोकने के लिए मार्च के आखिर में सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों पर अस्थायी रोक लगा दी थी। हालांकि, भारतीयों को विदेश से लाने के लिए स्पेशल फ्लाइट्स उड़ान भरती रहीं। इसके बाद 25 मई 2020 को सरकार ने सख्त शर्तों और निर्देशों के साथ डॉमेस्टिक फ्लाइट्स को मंजूरी दे दी। हालांकि, अभी तक इंटरनेशनल फ्लाइट्स को अनुमति नहीं दी गई बल्कि रोक को बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
18 देशों के साथ भारत का एयर बबल पैक्ट
केंद्र सरकार इस समय वंदे भारत मिशन के तहत चुनिंदा देशों के साथ द्विपक्षीय एयर बबल व्यवस्था के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर रही है। भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 18 देशों के साथ एयर बबल समझौता किया हुआ है। दो देशों के बीच एयर बबल पैक्ट के तहत दोनों देशों की विमानन कंपनियां विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर सकती हैं।