सार

मणिपुर में बढ़ती हिंसा के बीच, गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। मुख्यमंत्री के आवास पर हमले और कर्फ्यू के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

Amit Shah review Manipur unrest: मणिपुर में हिंसा का नया दौर शुरू हो चुका है। गुरुवार को शुरू हुई हिंसा ने शनिवार को खतरनाक रूप धारण कर लिया। शनिवार को हजारों की भीड़ ने न केवल मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह के निजी आवास पर हमला किया बल्कि कई विधायकों-मंत्रियों के घरों पर भी धावा बोला। स्थितियां खराब होती देख इंफाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सारे चुनावी कार्यक्रम रद्द कर रविवार देर शाम को अशांत मणिपुर की स्थितियों पर हाईलेवल मीटिंग कर सुरक्षा का रिव्यू किया।

रविवार की शाम को सीनियर अफसरों संग गृहमंत्री की मीटिंग

मणिपुर में बढ़ते संकट के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। मीटिंग में मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई। गृह मंत्रालय सोमवार को भी एक और हाईलेवल मीटिंग करेगा। मणिपुर में बीते 18 महीना से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा जारी है। इस हिंसा में दर्जनों जानें जा चुकी है। लाखों लोग बेघर हो चुके हैं।

छह लोगों की हत्या की सूचना के बाद हिंसा फिर भड़की

शनिवार को छह लोगों की हत्या की खबर सामने आने के बाद इंफाल एक बार फिर अशांत हो गया। हिंसा भड़कने के बाद राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया गया है। हजारों लोगों ने विधायक-मंत्रियों के घरों के बाहर प्रदर्शन किया और बाद में उग्र भीड़ ने हमला बोल दिया। शनिवार की देर रात तक भीड़ ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी आवास पर भी हमला किया। वहां सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। यह हिंसा, राजधानी इंफाल से करीब 220 किलोमीटर दूर जिरीबाम के बोरोबेक्रा में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों और सीआरपीएफ के बीच मुठभेड़ के बाद भड़की है। इस एनकाउंटर में सीआरपीएफ ने कम से कम दस उग्रवादियों को मार गिराया था। जबकि आतताइयों ने उसी दौरान एक ढाई साल के बच्चे एल चिंगहेईंगनबा और उसकी नानी वाई रानी देवी को परिवार के अन्य चार लोगों के साथ अगवा कर हत्या कर दी।

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