
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकियों के हमले से निपटने के लिए अब सुरक्षा बलों को फ्री हैंड कर दिया गया है। आतंकियों के छिपे होने की आशंकाओं वाले क्षेत्र में सुरक्षा बलों (Security Forces) को तैनात करने के साथ लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। सुरक्षा बलों के आपरेशन में आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो इसलिए पहले ही यह अलर्ट जारी कर दिया गया है।
नौ दिनों से पुंछ और राजौरी जिलों में चल रहा ऑपरेशन
आतंकियों के खिलाफ पुंछ और राजौरी जिलों के वन क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा है। नौ दिनों से चल रहे इस आपरेशन में कई सैनिक भी हताहत हुए हैं।
यह भी पढ़ें: बेखौफ आतंकवादी: पीर पंजाल रेंज में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में 5 जवान शहीद
अब आरपार की लड़ाई के मूड में सुरक्षा बल
आतंकियों के नागरिकों और सैन्य बलों पर आए दिन हमले के बाद अब सुरक्षा बल आरपार के मूड में है। सुरक्षा बलों की तैनाती जगह जगह कर दी गई है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। मेंढर में लाउडस्पीकरों से सार्वजनिक घोषणाएं कर स्थानीय लोगों से घरों में रहने को कहा गया है। भट्टा दुर्रियां और आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय मस्जिदों से मुनादी कर लोगों को सतर्क किया गया।
दरअसल, आशंका है कि पुंछ जिले के मेंढर के वन क्षेत्र में आतंकी छिपे हो सकते हैं। ऐसे में अधिकारियों ने लोगों से वन क्षेत्र में नहीं जाने और अपने मवेशियों को भी घरों में रखने को कहा गया है। अधिकारियों ने बताया कि बाहर गये लोगों को मवेशियों के साथ घर लौटने को कहा गया है।
11 अक्टूबर को पांच जवान हो गए थे शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवाद विरोधी अभियान (anti terrorist activities) के दौरान भारतीय सेना (Indian Army) के एक जेसीओ और 4 जवान शहीद हो गए थे। सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट अधिकार क्षेत्र में डीकेजी के करीब के गांवों में ऑपरेशन शुरू किया था। इंटेलिजेंस इनपुट था कि उस इलाके में आतंकियों की मौजूदगी है। इसी सर्च अभियान के दौरान आतंकियों ने घात लगाकर सैनिकों पर हमला कर दिया था।
इसे भी पढ़ें-
अंगूठाछाप वाले बयान के बाद टीएमसी सांसद ने पीएम मोदी को जेम्स बॉन्ड बताकर नया विवाद खड़ा किया
एनआरआई के खाते से निकाल रहे थे रुपया, एचडीएफसी के तीन कर्मियों समेत 12 अरेस्ट