
विजयपुरा। कर्नाटक के विजयपुरा में एक निजी गोदाम में काम कर रहे मजदूरों पर मकई की बोरियों का ढेर गिर गया। बोरियों के नीचे दबकर आठ लोगों की मौत हो गई है। हादसा सोमवार शाम करीब छह बजे हुआ। इसके बाद राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया। मृतकों में से पांच की पहचान राजेश मुखिया (25), रामबृज मुखिया (29), शंभू मुखिया (26), राम बालक (52) और लक्खू (45) के रूप में की गई है।
हादसे का शिकार हुए सभी मजदूर बिहार के बाताए जा रहे हैं। मजदूरों पर सैकड़ों बोरा मकई गिर गया था। विजयपुरा के जिला प्रभारी मंत्री एमबी पाटिल मंगलवार तड़के बेलगावी से घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मीडियाकर्मियों को बताया कि शवों को निकालने का काम चल रहा है। पाटिल ने बताया कि गोदाम में कितने लोग दबे हैं यह ठीक से नहीं कह सकते। ऐसी जानकारी मिली है कि आठ लोग दब गए हैं।
एमबी पाटिल बोले- गोदाम के मालिक की गलती है तो इसकी भी जांच की जाएगी
पाटिल ने कहा, "बहुत दुखद हादसा हुआ है। अभी हमारी प्राथमिकता शवों को निकालने और उनका पोस्टमॉर्टम कराने की है। स्थानीय प्रशासन से संपर्क करके शवों को उनके संबंधित राज्यों में भेजना है। अगर गोदाम के मालिक की गलती है तो इसकी भी जांच की जाएगी और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।"
पाटिल ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को घटना की जानकारी दी है। मजदूर दूसरे राज्य के हैं। मानवीय आधार पर हम पीड़ित परिवारों को कुछ वित्तीय सहायता दिलाने का प्रयास करेंगे। गोदाम मालिक की भी जिम्मेदारी है कि वह मुआवजा दे। इस संबंध में भी पीड़ितों को मुआवजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।
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इसी गोदाम में पहले हुई थी दो लोगों की मौत
पाटिल ने बताया कि बोरे के नीचे दबे एक व्यक्ति को बचा लिया गया है। वह घायल है। उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उसकी जान खतरे से बाहर है। इस रिपोर्ट पर कि पहले भी इसी गोदाम में इसी तरह की घटना हुई थी और तब दो लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन मामला दबा दिया गया था। मंत्री ने कहा कि जांच कराई जाएगी और दोषी किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
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