दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) और प्री मानसून गतिविधियों के चलते देश के कई राज्यों में बारिश या भारी बारिश का दौर चल पड़ा है। IMD ने असम के कुछ हिस्सों में फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। कश्मीर घाटी में भी भारी बारिश के कारण नदियां उफनने से परेशानियां खड़ी हो गई हैं। जानिए किन राज्यों के लिए जारी किया गया है भारी बारिश का अलर्ट...
मौसम डेस्क. पूर्वोत्तर राज्यों से लेकर कश्मीर तक बारिश का सिलसिला चल पड़ा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) और प्री मानसून गतिविधियों के चलते देश के कई राज्यों में बारिश या भारी बारिश हो रही है। IMD ने असम के कुछ हिस्सों में फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। कश्मीर घाटी में भी भारी बारिश के कारण नदियां उफनने से परेशानियां खड़ी हो गई हैं। जानिए किन राज्यों के लिए जारी किया गया है भारी बारिश का अलर्ट...
(यह तस्वीर श्रीनगर की है, जहां के बेमिना में लगातार बारिश के बाद बाढ़ वाले इलाके में एक बुजुर्ग व्यक्ति अपना सामान ले जाता है)
इन राज्यों में बारिश या भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार, आजकल में सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम के कुछ हिस्सों, मेघालय, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश की संभावना है। ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र तटीय कर्नाटक और दक्षिण गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जार किया गया है।
शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, पश्चिम बंगाल, आंतरिक ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना, केरल, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, दक्षिण गुजरात और पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है। जबकि पश्चिमी हिमालय, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, कच्छ, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, झारखंड के पश्चिमी हिस्सों और बिहार के अधिकांश हिस्सों में कम से कम अगले 3 से 4 दिनों तक मौसम शुष्क रह सकता है।
राजस्थान में बारिश का हाल
राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर संभागों में पिछले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। 23 से 26 जून तक मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। विभाग ने उदयपुर और कोटा संभागों में 26-27 जून तक एक और बारिश की भविष्यवाणी की है।
जम्मू-कश्मीर में बाढ़
जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश हुई, जिससे अचानक बाढ़ आ गई और भूस्खलन हो गया। इससे जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे अवरुद्ध हो गया और सैकड़ों वाहन फंस गए। डोडा, रामबन और किश्तवाड़ में स्कूलों को बंद करना पड़ा। मौसम कार्यालय के पूर्वानुमान के अनुसार, किश्तवाड़ जिले में भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। इससे मुख्य रूप से नेशनल हाइवे और पहाड़ी सड़कों पर हवाई और सड़क यातायात बाधित हो सकता है। प्रशासन ने पर्वतीय डोडा जिले के कई इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। खासकर चिनाब नदी और उसकी सहायक नदियों के नजदीकी इलाकों और रामबन और डोडा जिलों के ढलानों और भूस्खलन की आशंका वाले इलाकों में अलर्ट है।
अगले 4-5 दिनों में पश्चिम बंगाल, सिक्किम में भारी बारिश का अलर्ट
बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवा के प्रभाव से अगले 4-5 दिनों में पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बड़े पैमाने पर बारिश होने की संभावना है। IMD के अनुसार, उप-हिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार और सिक्किम में भी छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी से दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम हवा के प्रभाव में बारिश होने की संभावना है।
दिल्ली में ऐसा रहने वाला है मौसम
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि, 27 जून के आसपास दिल्ली पहुंचेगा और जून के अंत तक बारिश की कमी की भरपाई कर दी जाएगी। पिछले तीन दिनों में हुई प्री-मानसून बारिश ने दिल्ली में बारिश की कमी को कम कर दिया है। इससे पहले IMD ने कहा था कि मानसून के 23 जून से 29 जून के बीच उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में आने की संभावना है।
पिछले दिन इन राज्यों में हुई बारिश
अगर पिछले 24 घंटों की बात करें, तो जम्मू कश्मीर, तटीय कर्नाटक, विदर्भ के कुछ हिस्सों, दक्षिण मध्य प्रदेश और झारखंड, राजस्थान, मराठवाड़ा और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों तथा पश्चिम बंगाल,पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होती रही। जबकि दक्षिण तमिलनाडु, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और गुजरात को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई।
मौसम मे बदलाव की मुख्य वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) जम्मू-कश्मीर और आसपास के इलाकों पर सक्रिय है। प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र झारखंड और ओडिशा के आसपास के हिस्सों पर एक्टिव है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से केरल तट तक फैली हुई है।
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