इससे पहले शनिवार को भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने गए खट्टर का नाम पार्टी विधायक अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया और बाकी के 38 विधायकों ने इसका समर्थन किया।
चंडीगढ़. हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर ने आज रविवार को दिवाली के शुभ दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। साथ ही जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला डेप्युटी सीएम के रूप में शपथ ली। हदोपहर ढाई बजे शपथ समारोह शुरू हुआ जिसमें रियाणा राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने शपथ दिलवाई।
भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है। हरियाणा राजभवन में मनोहर लाल खट्टर दोपहर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है। वहीं, भाजपा को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) के विधायक दल के नेता दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। खट्टर के साथ पहले 13 अन्य विधायकों के भी शपथ लेने की खबरें थी लेकिन बाद में यह संभव नहीं हो पाया।
समारोह में मंच पर बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, अनिल विज भी मौजूद रहे। मनोहर लाल खट्टर के शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल चंडीगढ़ स्थित राजभवन पहुंचे। उनके साथ अन्य नेता भी वहां पर मौजूद रहे।
शपथ ग्रहण से पहले खट्टर ने अपने ट्विटर अकाउंटर पर कहा कि, हरियाणा के सभी नागरिकों के आशीर्वाद से दीपावली के शुभ अवसर पर दोपहर सवा दो बजे हरियाणा राजभवन में प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करूंगा। जनता ने मुझमें जो विश्वास जताया है उसपर आगे भी खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा।
दुष्यंत चौटाला ने समर्थन पत्र सौंपा
इससे पहले शनिवार को भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने गए खट्टर का नाम पार्टी विधायक अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया और बाकी के 38 विधायकों ने इसका समर्थन किया। मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से शनिवार दोपहर मिले और सरकार बनाने का दावा पेश किया। जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला भी चंडीगढ़ पहुंचे और राज्यपाल से मिलकर भाजपा के पक्ष में अपनी पार्टी का समर्थन पत्र सौंपा।
'भाजपा प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर ऊभरी'
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि भाजपा प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर ऊभरी है। उप-मुख्यमंत्री के पद पर रविशंकर प्रसाद ने स्पष्ट किया था कि केवल एक ही डिप्टी सीएम होगा। उन्होंने मीडिया के एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा था, "मंत्रिमंडल और उसके संविधान के निर्माण का निर्णय लेना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होगा।"
'गोपाल कांडा से कोई समर्थन नहीं लेगी पार्टी'
पार्टी पर्यवेक्षक के रूप में यहां आए केंद्रीय मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा से कोई समर्थन नहीं लेगी। हालांकि खबरें थीं कि गोपाल कांडा ने पार्टी को समर्थन दिया है लेकिन विपक्ष के सवाल उठाने के बाद शायद पार्टी ने अपने पैर पीछे खींच लिए हैं।