पुलवामा हमले में बम बनाने के लिए अमेजन से खरीदा गया था सामान: रिपोर्ट

पिछले साल जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को दो लोगों को गिफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने हमले में इस्तेमाल आईईडी (IED) बनाने के लिए ऑनलाइन केमिकल और सामान्य खरीदा था।

Asianet News Hindi | Published : Mar 7, 2020 4:22 AM IST / Updated: Mar 07 2020, 09:53 AM IST

श्रीनगर. पिछले साल जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को दो लोगों को गिफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने हमले में इस्तेमाल आईईडी (IED) बनाने के लिए ऑनलाइन केमिकल और सामान्य खरीदा था। 14 फरवरी 2019 को हुए इस आतंकी हमले में 40 जवानों की जान चली गई थी।  

एनआईए ने शुक्रवार को श्रीनगर के वैज उल इस्लाम और पुलवामा के मोहम्मद अब्बास को गिरफ्तार किया है। इससे पहले इसी हफ्ते में पुलवामा हमले के मामले में 3 और लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 

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पाकिस्तान में बैठे आका दे रहे थे निर्देश 
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, शुरुआती जांच में इस्लाम ने खुलासा किया है कि उसने आईईडी बनाने के लिए केमिकल और बैटरी समेत अन्य सामान ऑनलाइन शॉपिंग एप अमेजन से खरीदा था। उसे ऐसा करने के लिए पाकिस्तान में बैठे जैश ए मोहम्मद के आतंकियों से निर्देश मिले थे। 

जैश के आतंकियों को दी थी घर में पनाह
एनआईए के अफसर के मुताबिक, इस्लाम ने खुद जाकर ये सामान जैश के आतंकियों तक पहुंचाया था। यहां तक की इस्लाम जैश का ओवरग्राउंड वर्कर है। उसने पूछताछ में बताया है कि अप्रैल-मई 2018 में जब जैश का आतंकी और आईईडी एक्सपर्ट मोहम्मद उमर कश्मीर आया था, तो उसने पनाह दी थी। पुलवामा हमले से पहले उसने फिदायीन आदिल अहमद दार, समीर अहमद दार और कामरान को भी अपने घर में ठहराया था।
 
इसके अलावा उसने जैश के आतंकियों को हकरीपोरा के तारिक अहमद शाह और उसकी बेटी इंशा जान के घर पर ठहराया था। दोनों को 3 मार्च को गिरफ्तार किया जा चुका है। 

पुलवामा मामले में एनआईए कर रही है जांच
14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। आतंकी ने विस्फोटक से भरी कार को काफिले की एक बस से टकरा दिया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की एनआईए जांच कर रही है। फिदायीन हमला करने वाले आदिल ने आखिरी वीडियो तारिक अहमद शाह के घर पर ही रिकॉर्ड किया था। इस मामले में एनआईए को तब सफलता मिली, जब जांच एजेंसी ने पुलवामा से एक फर्निचर शॉप के मालिक शाकिर बशीर को गिरफ्तार किया था। 

शाकिर ने ही फिदायीन आतंकी आदिल को पनाह दी थी और उसे जरूरी सामान मुहैया कराया था। इसी से आदिल को 2018 में पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूख से मिलवाया था। 
 
सुरक्षाबलों ने हमले में शामिल कई आतंकियों को मार गिराया
इससे पहले इस हमले के मास्टमाइंड आतंकी मुदस्सिर अहमद खान को सुरक्षाबलों ने पिछले साल मार्च में ही मार गिराया था। इसके अलावा पाकिस्तानी आतंकी उमर फारूख और आईईडी एक्सपर्ट कामरान को 29 मार्च को ढेर कर दिया था। वहीं, हमले में इस्तेमाल कार मालिक सज्जाद अहमद भट 16 जून को मारा गया था। इसके अलावा सुरक्षाबलों ने जैश के कमांडर यासिर को इसी साल 25 जनवरी को ढेर कर दिया था। 

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