21वीं सदी के भारत के मूल मंत्र का जिक्र करते हुए सोनोवाल ने कहा कि आज मनुष्य प्रगति के लिए काम, प्रगति के लिए धन, प्रगति के लिए योजना और प्रगति के लिए प्राथमिकता है।
नई दिल्ली. केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग व आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान की पैरवी की है। उन्होंने इस योजना की मुख्य विशेषताओं को रेखांकित किया और बताया कि यह 21वीं सदी के भारत को कैसे गति प्रदान करेगी।
भारत में गैस पाइपलाइन के बारे में बात करते हुए सोनोवाल ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में देश भर में 16 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी गैस पाइपलाइन का काम चल रहा है। रेल संपर्क के बारे में बात करते हुए मंत्री ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में 9 हजार किलोमीटर से अधिक रेलवे लाइन को दोगुना किया गया है और 24 हजार किलोमीटर से अधिक रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया है।
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21वीं सदी के भारत के मूल मंत्र का जिक्र करते हुए सोनोवाल ने कहा कि आज मनुष्य प्रगति के लिए काम, प्रगति के लिए धन, प्रगति के लिए योजना और प्रगति के लिए प्राथमिकता है और पीएम गतिशक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान इन सभी मुद्दों को संबोधित करेगा।
मैक्रो प्लानिंग और सूक्ष्म कार्यान्वयन के बीच व्यापक अंतर के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समन्वय की कमी की समस्या हमेशा निर्माण में बाधा डालती है और बजट की बर्बादी करती है। उन्होंने कहा कि 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मौजूदा सरकार सत्ता में आई तो सैकड़ों परियोजनाएं अटकी हुई थीं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने इन सभी परियोजनाओं को एक मंच पर रखा और बाधाओं को दूर करने की कोशिश की और इस पहल के कारण दशकों से अधूरे कई प्रोजेक्ट पूरे हो रहे हैं।
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उन्होंने बताया कि इस गतिशक्ति पहल का हिस्सा रेलवे, सड़क और राजमार्ग, बिजली, शिपिंग और अन्य सहित केंद्र सरकार के 16 विभाग होंगे। गतिशक्ति विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकार की बुनियादी ढांचा योजनाओं को शामिल करेगी और यह मास्टर प्लान विशाल दक्षता के साथ काम जल्दी पूरा करना भी सुनिश्चित करेगा।