वाइब्रेंट स्टार्टअप्स इकोसिस्टम की गवाह हैं देश के 78000 से अधिक startups व 110 यूनिकार्न: राजीव चंद्रशेखर

यूनियन मिनिस्टर चंद्रशेखर कोझिकोड में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी सेंटर की दो दिवसीय यात्रा पर थे। इस दौरान उन्होंने एनआईटी कालीकट के स्टूडेंट्स, स्टार्टअप्स के एक कार्यक्रम में भी शिरकत किया।

Dheerendra Gopal | Published : Aug 30, 2022 2:55 PM IST

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (MoS rajeev Chndrasekhar) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने नई दिल्ली की परिकल्पना इस तरह की है जो युवाओं को अपार मौके दें ताकि युवा देश को विकास और तरक्की की राह पर ले जाने में बड़ी भूमिका अदा कर सके। उन्होंने कहा कि महज आठ साल के अल्प समय में भारतीय अर्थव्यवस्था में व्यापक और सकारात्मक बदलाव आए हैं, यह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की पहल से ही संभव हो सका।

मोदी सरकार दे रही स्टार्टअप्स व इनोवेशन्स को बढ़ावा

केंद्रीय मंत्री श्री चंद्रशेखर मंगलवार को एनआईटी कालीकट के स्टूडेंट्स को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में वाइब्रेंट इकोसिस्टम की वजह से यूनिकार्न और स्टार्टअप्स में तेजी से विकास हुआ है। देश में इस वक्त 78 हजार से अधिक स्टार्टअप्स और 110 यूनिकार्न्स हैं। यह स्टार्टअप्स न केवल इनोवेशन्स को बढ़ावा दे रहे हैं बल्कि बड़े जॉब किएटर्स के रूप में उभरे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कॉलेज व यूनिवर्सिटीज को स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को बेहतर करने के लिए स्टूडेंट्स और इन्वेस्टर्स के बीच लगातार संवाद कराने की कोशिश करनी चाहिए ताकि इनोवेशन्स को सकारात्मक माहौल मिल सके। उन्होंने स्टूडेंट्स का आह्वान किया कि वह केवल प्लेसमेंट के चक्कर में न पड़े बल्कि इनोवेशन्स की ओर रूख करें, स्टार्टअप्स की अपॉरच्यूनिटी को न गंवाएं। सरकार हर स्तर पर स्टार्टअप्स को सपोर्ट कर रही है। 

नौ-दस बिजनेस घरानों तक नहीं है सीमित पूंजी

यूनियन मिनिस्टर श्री चंद्रशेखर ने बताया कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम की कुल संपत्ति का 97 प्रतिशत पर पहले देश के नौ या दस प्रमुख परिवारों का ही कब्जा था। लेकिन मोदी सरकार की नीतियों को धन्यवाद देनी चाहिए जिसकी वजह से आज स्टार्टअप्स बेहतर कर रहे हैं। बडे़ पैमाने पर स्टार्टअप्स सामने आए हैं जिनके माता-पिता या दादा किसी प्रसिद्ध बिजनेस हाउस से संबंध नहीं रखते। युवा भारतीयों को प्रचुर मात्रा में मौका मिल रहा है। टैलेंट के लिए पूरा आसमान है, जितना चाहे उतना खुद को फैला सकता है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह अपनी टैलेंट के दम पर आगे आएं, पूंजी की सहायता सरकार देने के साथ ही नौकरशाही भी अब आड़े नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस कल्चर को बढ़ावा देने के लिए कैपिटल के लिए सभी प्रकार की एनओसी के लिए सिंगल विंडो व्यवस्था की है। युवाओं में स्किल की कमी नहीं है, बस जरुरत है उस टैलेंट को पहचान कर झिझक तोड़ने की। 

2026 तक इलेक्ट्रानिक्स प्रोडक्शन 300 बिलियन डॉलर होगा पार

राजीव चंद्रशेखर ने 2014 के बाद से इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग व सेमीकंडक्टर्स सेक्टर्स को मजबूत करने के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदम पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे मोदी सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए और टैलेंट हंट के लिए मौके जनरेट किए। उन्होंने कहा कि 5जी के रोलआउट से जल्द ही हम दुनिया के सबसे भरोसेमंद पार्टनर के रूप में अपनी पहचान बनाएंगे। 2026 तक भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्टशन का बाजार 300 बिलियन यूएस डॉलर के आसपास होगा।

श्री चंद्रशेखर कोझिकोड में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी सेंटर की दो दिवसीय यात्रा पर थे। इलेक्ट्रानिक्स एंड आईटी मिनिस्ट्री के अंतर्गत संचालित इस सेंटर की प्रगति की समीक्षा उन्होंने की और भारत सरकार की 1 ट्रिलियन डॉलर डिजिटल इकोनॉमी के लिए टैलेंट, स्किल को ग्रूम करने की सलाह दी। अपने प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री ने मालाबार चैंबर्स ऑफ कामर्स और द कालीकट मैनेजमेंट एसोसिएशन के सदस्यों से भी मुलाकात की।

यह भी पढ़ें:

ED ने अभिषेक बनर्जी और उनकी भाभी को भेजा समन, ममता बनर्जी ने भतीजे पर कार्रवाई की जताई थी आशंका

मनीष सिसोदिया का दावा-पीएम के कहने पर सीबीआई रेड, मोदी चाहते हैं सिसोदिया को कुछ दिन जेल में डाला जाए

पति के आफिस पहुंचकर हंगामा करना, अपमान करना भी क्रूरता, HC ने तलाक पर मुहर लगाते हुए की टिप्पणी

Read more Articles on
Share this article
click me!