डोभाल ने कहा हथियारों की तस्करी और डार्क वेब, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और सोशल मीडिया के दुरुपयोग के लिए ड्रोन सहित आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीकों पर नजर रखने की जरूरत है।
नई दिल्ली. ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य राष्ट्रों के एनएसए की बैठक हुई। इस बैठक में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) भी शामिल हुए। अजीत डोभाल ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) के खिलाफ एक कार्य योजना का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा हथियारों की तस्करी और डार्क वेब, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और सोशल मीडिया के दुरुपयोग के लिए ड्रोन सहित आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीकों पर नजर रखने की जरूरत है।
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कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता
आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा- संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ प्रतिबंधों के पूर्ण कार्यान्वयन की आवश्यकता है। सीमा पार आतंकवादी हमलों सहित आतंकवाद के अपराधियों को शीघ्र न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
एससीओ संपर्क समूह का पूरा समर्थन
उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में अर्जित लाभ को संरक्षित करने और अपने लोगों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। भारत अफगानिस्तान पर एससीओ संपर्क समूह का पूरा समर्थन करता है, जिसे और अधिक सक्रिय होना चाहिए। हालांकि भारत 2017 में एससीओ का सदस्य बना था, लेकिन अब एससीओ बनाने वाले देशों के साथ सदियों से इसके भौतिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और दार्शनिक अंतर-संबंध हैं। एससीओ के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुखों की बैठक के इतर डोभाल ने रूसी एनएसए निकोलाई पेत्रुशेव के साथ लंबी बैठक की। उन्होंने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के समकालीन विकास पर चर्चा की।
क्या है शंघाई सहयोग संगठन
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) आठ देशों का एक ग्रुप है, जिसमें भारत के अलावा रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत साल 2017 में इस संगठन का पूर्णकालिक सदस्य बना था।