पराक्रम दिवस: नेताजी की जयंती पर देशभर में कार्यक्रम, PM मोदी ने शेयर किया वीडियो, भागवत ने किया याद

नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिवस(23 जनवरी), जिसे पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है; पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिवस मोदी ने 'मोदी अर्काइव' पर एक वीडियो शेयर किया।

Amitabh Budholiya | Published : Jan 23, 2023 4:13 AM IST / Updated: Jan 23 2023, 11:56 AM IST

नई दिल्ली. नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिवस(23 जनवरी), जिसे पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है; पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर यहां एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने रणनीतिक रूप से स्थित द्वीप क्षेत्र में विकास गतिविधियों का भी जायजा लिया। पढ़िए नेताजी से जुड़े कार्यक्रमों की डिटेल्स...

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शाह ने यहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया और नेताजी स्टेडियम में एक सार्वजनिक भाषण दिया, जहां बोस ने 30 दिसंबर, 1943 को तिरंगा फहराया था। उस समय स्टेडियम को जिमखाना ग्राउंड के नाम से जाना जाता था। शाह के यहां सेलुलर जेल को लेकर भी दिलचस्पी दिखाई, जहां भारत के स्वतंत्रता संग्राम के लंबे इतिहास के दौरान कई भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को कैद किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के बाद द्वीप भाजपा की कोर कमेटी के साथ बैठक रखी गई थी। केंद्रीय मंत्री ने द्वीपसमूह में विभिन्न विकासात्मक पहलों का जायजा लिया।

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नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिवस मोदी ने 'मोदी अर्काइव' पर एक वीडियो शेयर किया। इसमें कर्मयोगी नेताजी के कार्यक्रमों से जुड़ी पिछले कार्यकमों को दिखाया गया है। मोदी ने एक tweet भी किया। इसमें लिखा-आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भारत के इतिहास में उनके अद्वितीय योगदान को याद करता हूं। हम भारत के लिए उनके विजन को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं।

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पश्चिम बंगाल: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर कोलकाता के शहीद मीनार में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कोलकाता में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा-समय का भाग्य चक्र अगर सीधा चलता तो नेताजी भारत के अंदर प्रवेश करके बहुत आगे आ चुके होते। यहां रहकर यहां के स्वतंत्रता के लिए प्रयास करने वालों से मिलन होता और भारत बहुत पहले स्वतंत्र हो गया होता। उनके(सुभाष चंद्र बोस) युद्ध कौशल का क्या वर्णन करना। वो तो जगत प्रसिद्ध है। जिनके साम्राज्य पर सूर्यास्त नहीं होता, ऐसे लोगों के लिए एक नई सेना बनाकर उन्होंने चुनौती खड़ी की और भारत के दरवाजे पर दस्तक दी।

कांग्रेस ने सोमवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल गांधी ने कहा कि उनका साहस और देशभक्ति आज भी हर भारतीय को देश की आजादी की रक्षा और संरक्षण के लिए प्रेरित करती है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिंदी में एक ट्वीट में कहा, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, आजाद हिंद फौज के संस्थापक और हमारे आदर्श नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 126वीं जयंती पर श्रद्धांजलि।"

उन्होंने कहा, "नेताजी की 'जय हिंद' और 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा' की उद्घोषणा ने सभी को मातृभूमि के प्रति सच्ची भक्ति के प्रति जागृत किया।"

गांधी ने एक ट्वीट में कहा, "महान स्वतंत्रता सेनानी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिनके साहस और देशभक्ति आज भी हर भारतीय को हमारे महान देश की स्वतंत्रता की रक्षा और संरक्षण के लिए प्रेरित करती है।"

कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा, 'स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और करोड़ों भारतीयों के दिलों में स्वतंत्रता की भावना जगाने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। नारा 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा'।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को उनकी 97वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने अपना जीवन लोक कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।मोदी ने कहा कि वह मराठा नेता के साथ अपनी बातचीत को हमेशा याद रखेंगे, जो कट्टर हिंदुत्व राजनीति के शुरुआती अग्रदूतों में से एक थे, जिनके बड़ी संख्या में अनुयायी थे।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, "बालासाहेब ठाकरे जी को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं। मैं उनके साथ अपनी विभिन्न बातचीत को हमेशा याद रखूंगा। उन्हें समृद्ध ज्ञान और बुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त था। उन्होंने अपना जीवन लोक कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।"

बता दें कि शिवसेना हाल ही में दो गुटों में विभाजित हो गई, जिसमें से एक को भाजपा के पक्ष में अपने विधायकों के बहुमत का समर्थन मिला, जबकि दूसरे का नेतृत्व ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे ने राज्य में विपक्ष के साथ किया।

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