संसद का मानसून सत्र: महंगाई और GST को लेकर विपक्ष ने किया हंगामा, वाइस प्रेसिडेंट के लिए धनखड़ ने भरा पर्चा

संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न विभागों ने 32 विधेयकों को सदन में पेश करने के संकेत दिए हैं। इससे पहले रविवार को जब सर्वदलीय बैठक हुई, तो उसमें प्रधानमंत्री के नहीं आने पर विपक्ष ने आलोचना की। पढ़िए मानसून सत्र से जुड़ी पूरी बात...

Amitabh Budholiya | Published : Jul 18, 2022 1:22 AM IST / Updated: Jul 18 2022, 02:41 PM IST

नई दिल्ली. संसद का मानसून सत्र(Parliament Monsoon Session) 18 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा। इसमें विभिन्न विभागों द्वारा 32 विधेयकों(bills) को दोनों सदनों में पेश किए जा सकते हैं, जिनमें से 14 तैयार हैं। हालांकि सरकार ने कहा है कि वो सभी बिलों पर लोकतांत्रिक तरीके से चर्चा चाहता है। रविवार को सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने यह भी कहा कि इन 32 विधेयकों में से कुछ पर संसद की स्थायी समितियों द्वारा पहले ही चर्चा की जा चुकी है। हम बिना चर्चा के विधेयकों को पारित नहीं करेंगे। जोशी ने कहा कि हम केवल इतना कह रहे हैं कि 14 विधेयक तैयार हैं और हम और भी अधिक विचार कर सकते हैं। इसी बीच 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए भी पहले दिन वोटिंग है। एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं। 21 जुलाई को काउंटिंग है।  

उप राष्ट्रपति पद के लिए धनखड़ ने भरा पर्चा
Vice-President Polls 2022: देश के नए उप राष्ट्रपति पद के लिए NDA के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा विशेष तौर पर मौजूद थे। इससे पहले धनखड़ ने विभिन्न दलों के सांसदों के साथ संसद भवन परिसर में एक बैठक की, ताकि उनका समर्थन जुटाया जा सके। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा बीजू जनता दल और लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद भी मौजूद थे।

धनखड़ ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा-मैं किसान के घर में पैदा हुआ हूं, कक्षा 6 में पढ़ने के लिए 6 किमी पैदल गया, स्कॉलरशिप के जरिए आगे की पढ़ाई किया और आज साधारण किसान का बेटा नामांकन दाखिल करके आया है। मैं PM का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे ये अवसर दिया। मेरा निरंतर प्रयास रहेगा कि प्रजातांत्रिक मूल्यों की बढ़ोतरी हो। मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक साधारण व्यक्ति को इस प्रकार का अवसर मिलेगा।

पढ़िए कुछ खास बातें

लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन ज़ायेद अल नाह्यान और केन्या के पूर्व राष्ट्रपति मवाई किबाकी के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। 

कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चार लोकसभा सीटों के उपचुनाव में विजयी सदस्यों को शपथ दिलाई। पंजाब की संगरूर सीट से विजयी सिमरनजीत सिंह मान, उत्तर प्रदेश की रामपुर सीटे से विजयी घनश्याम सिंह लोधी, आज़मगढ़ सीट से निर्वाचित दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ' और पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से निर्वाचित शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा ने शपथ ग्रहण की।

अध्यक्ष ने दिवंगत तीनों विदेशी पूर्व शासनाध्यक्षों के साथ पूर्व सदस्य रबिन्दर कुमार राणा, टी. बशीर, नवल किशोर राय, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुखराम, हुसैन दलवई, शिवाजी पटनायक, चक्रधारी सिंह और हरिवंश सहाय के निधन की सूचना दी। सदन ने दो मिनट मौन रखा।

कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने लगा था। विपक्ष के हंगामे और राष्ट्रपति चुनाव के लिए हो रही वोटिंग के मद्देनजर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इससे पहले सभापति एम वेंकैया नायडू ने नवनिर्वाचित सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई। जब नायडू ने आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव को देखते हुए सदस्यों से आग्रह किया कि वे सत्र को सार्थक बनाने का प्रयास करें, तो कांग्रेस के सदस्य आसन के करीब पहुंचकर हंगामा करने लगे। वे सरकार से महंगाई सहित विभिन्न मुद्दों पर जवाब की मांग कर रहे थे। 

राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने महंगाई और जीएसटी दरों में बढ़ोतरी को लेकर अपना विरोध जताया। इसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है

राज्यसभा में सभापति नायडू ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे, संयुक्त अरब अमीरात के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा और अन्य को श्रद्धांजलि दी।

राज्यसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने मुद्रास्फीति और कुछ आवश्यक वस्तुओं के जीएसटी में हालिया वृद्धि पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत व्यावसायिक नोटिस को स्थगित कर दिया।

राष्ट्रपति चुनाव के बारे में जानिए
देश के लगभग 4800 सांसद और विधायकों की वोटिंग से देश के 15वें राष्ट्रपति को चुना जाएगा। एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा पर साफ बढ़त हासिल है। उम्मीद है कि उनके पक्ष में करीब 60 फीसदी मतदान होगा। मतदान संसद और राज्यों के विधानसभा भवन में है। 21 जुलाई को संसद भवन में वोटों की गिनती होगी और 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ ग्रहण करेंगे। क्लिक करके यह भी पढ़ें

कई मामलों में हंगामे के आसार
संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) में अग्निपथ योजना और केंद्र सरकार के कई और फैसले को लेकर हंगामे के आसार हैं। 

मानसून सत्र में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को अधिक शक्तियां देने और प्राचीन स्मारकों से जुड़े एक कानून में संशोधन करने वाला विधेयक पेश किया जा सकता है।

इसके अलावा मानव तस्करी (संरक्षण, देखभाल और पुनर्वास) विधेयक, 2022 विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की तस्करी को रोकने और उससे निपटने की कोशिश करता है। ड्राफ्ट बिल के अनुसार, तस्करी के दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को कम से कम सात साल की कैद हो सकती है, जिसे 10 साल तक बढ़ाया जा सकता है। दोषी पर कम से कम एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जा सकता है जो 5 लाख रुपये तक हो सकता है।

पीएम ने संसद को बनाया सजावटी : भाकपा नेता का बयान विश्वामी
भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और कहा कि उन्होंने संसद को ''सजावटी'' बना दिया है।  मानसून सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं ने भाग लिया और दोनों सदनों के सुचारू कामकाज के लिए उनका सहयोग मांगा। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी, जबकि संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल भी मौजूद थे। बैठक से प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति की आलोचना पर संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री 2014 से पहले भी कभी सर्वदलीय बैठकों में शामिल नहीं हुए, जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब भी। जोशी ने कहा कि सरकार ने सर्वदलीय बैठक में लगभग 45 दलों को आमंत्रित किया था, जिनमें से 36 ने इसमें भाग लिया।

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उप राष्ट्रपति चुनाव में जगदीप धनखड़ के समर्थन में कई विपक्षी दल, बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस भी साथ

 

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