पीएम मोदी की नेपाल यात्रा: भगवान बुद्ध के बहाने दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी के संबंधों को और करेंगे प्रगाढ़

भारत नेपाल के बीच सदियों से मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। हालांकि, इधर के कुछ सालों में सीमा क्षेत्र को लेकर रिश्तों में कुछ खटास आई है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर पीएम मोदी की लुंबिनी यात्रा दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करने में महत्वपूर्ण साबित होने जा रही है। 

Dheerendra Gopal | Published : May 15, 2022 1:41 PM IST / Updated: May 15 2022, 08:17 PM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) सोमवार को गौतम बुद्ध (Lord Buddha)की जन्मस्थली लुंबिनी (Lumbini) की यात्रा के लिए नेपाल जा रहे हैं। कुशीनगर से विशेष विमान से पीएम मोदी लुंबिनी जाएंगे। यहां बुद्ध पूर्णिमा पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे। पीएम मोदी की यह यात्रा नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba)के आमंत्रण पर है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के  दौरान पनबिजली, विकास और कनेक्टिविटी सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा के साथ व्यापक बातचीत करेंगे। 2014 के बाद से यह प्रधानमंत्री की पांचवीं नेपाल यात्रा होगी।

पीएम मोदी ने दी यात्रा की जानकारी

प्रधानमंत्री मोदी ने हिमालयन राष्ट्र की यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के निमंत्रण पर 16 मई 2022 को लुंबिनी, नेपाल की यात्रा करने जा रहे हैं। पीएम ने कहा, मैं बुद्ध जयंती के शुभ अवसर पर मायादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए उत्सुक हूं। मैं लाखों भारतीयों की तरह भगवान बुद्ध की पवित्र जन्म-स्थली परश्रद्धा अर्पित करने का अवसर पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। पिछले महीने प्रधानमंत्री देउबा की भारत यात्रा के दौरान हुई हमारी उपयोगी चर्चा के बाद मैं उनसे फिर से मिलने के लिए उत्सुक हूं। हम जलविद्युत, विकास और कनेक्टिविटी सहित कई क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के लिए अपनी साझा समझ का निर्माण करना जारी रखेंगे। पवित्र मायादेवी मंदिर की यात्रा के अलावा, मैं लुंबिनी मठ क्षेत्र में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज के शिलान्यास समारोह में भी भाग लूंगा। मैं नेपाल सरकार द्वारा बुद्ध जयंती के अवसर पर आयोजित समारोहों में भी भाग लूंगा।

पीएम मोदी ने कहा कि नेपाल के साथ हमारे संबंध अद्वितीय हैं। भारत और नेपाल के बीच सभ्यतागत और लोगों के आपसी संपर्क; हमारे घनिष्ठ संबंधों को स्थायित्व प्रदान करते हैं। मेरी यात्रा का उद्देश्य समय के साथ मज़बूत हुए इन संबंधों का उत्सव मनाना तथा इन्हें और प्रगाढ़ करना है, जिन्हें सदियों से प्रोत्साहन मिला है और जिन्हें हमारे आपसी मेल-जोल के लंबे इतिहास में दर्ज किया गया है।

सुबह दस बजे लुंबिनी में होंगे पीएम 

काठमांडू में भारतीय दूतावास के मुताबिक, पीएम लुंबिनी में सुबह 10 बजे (स्थानीय समयानुसार) पहुंच जाएंगे और शाम करीब 5 बजे (स्थानीय समयानुसार) स्वदेश लौटने का कार्यक्रम है। विदेश मंत्रालय के अनुसार यात्रा पर आए प्रधानमंत्री लुंबिनी मठ क्षेत्र के भीतर बौद्ध संस्कृति और विरासत के लिए एक केंद्र के निर्माण के लिए शिलान्यास समारोह में भी भाग लेंगे।

दक्षिणी नेपाल के तराई मैदानों में स्थित लुंबिनी बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है, क्योंकि वहां भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी और उनके नेपाली समकक्ष देउबा भी लुंबिनी में द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाल के लुंबिनी में 16 मई को अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा के साथ बातचीत में जलविद्युत और कनेक्टिविटी सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक व्यापक एजेंडा होगा। भारतीय दूतावास के सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव क्वात्रा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रधानमंत्री के दल में शामिल होंगे।

दोनों देशों का है पुराना संबंध

भारत-नेपाल के बीच काफी पुराना व गहरा संबंध है। हालांकि, इधर कुछ दिनों से सीमा को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में कुछ अड़चनें आई है। परंतु, दोनों देशों के आम नागरिकों के बीच यहां सदियों से बेटी-रोटी का संबंध रहा है। हिमालयी राष्ट्र पांच भारतीय राज्यों - सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ 1,850 किलोमीटर से अधिक की सीमा साझा करता है। नेपाल माल और सेवाओं के परिवहन के लिए भारत पर बहुत अधिक निर्भर है।

कुशीनगर में भगवान बुद्ध को चीवर चढ़ाएंगे, फिर लगाएंगे ध्यान

सोमवार को पीएम मोदी महापरिनिर्वाण मंदिर मंदिर में भगवान बुद्ध की लेटी प्रतिमा की विशेष पूजा अर्चना कर चीवर चढ़ाएंगे। चीवर चढ़ाने के दौरान मंदिर में भिक्षु संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर सहित बौद्ध भिक्षुओं का प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहेगा। महापरिनिर्वाण मंदिर में प्रधानमंत्री कुछ समय मेडीटेशन (ध्यान) में व्यतीत करेंगे। इस दौरान विभिन्न मठ व विहार के बौद्ध भिक्षुओं को चीवर दान व संघदान भी करेंगे।

पीएम की अगवानी करने राज्यपाल संग पहुंचेंगे सीएम

सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुशीनगर में अगवानी के लिए सीएम योगी लखनऊ से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल संग पहुंचेंगे। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पीएम का आगमन सुबह 9:30 बजे संभावित है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुद्ध की महापरिनिर्वाण निर्वाण स्थली से हेलीकॉप्टर से लुंबिनी (नेपाल) जाएंगे।

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