प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कृषि कानून, किसान आंदोलन, प्राइवेट-पब्लिक सेक्टर, बजट समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, देश में पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर दोनों ही जरूरी हैं।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कृषि कानून, किसान आंदोलन, प्राइवेट-पब्लिक सेक्टर, बजट समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, देश में पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर दोनों ही जरूरी हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हमें देश के युवाओं का मनोबल बढ़ाने की जरुरत है, जो प्राइवेट सेक्टर में अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, निजी क्षेत्र के खिलाफ अनुचित शब्दों का उपयोग करने के लिए अतीत में कुछ लोगों को वोट मिला होगा, लेकिन वह समय अब चला गया है। निजी क्षेत्र को गाली देने की संस्कृति अब स्वीकार्य नहीं है। हम अपने युवाओं का इस तरह अपमान नहीं कर सकते हैं।
प्राइवेट सेक्टर की भूमिका नजर आ रही- पीएम
पीएम मोदी ने कहा, पब्लिक सेक्टर बहुत जरुरी है लेकिन साथ ही प्राइवेट सेक्टर की भूमिका भी अहम है। उन्होंने कहा, कोई भी सेक्टर लें- टेलिकॉम, फार्मा हर जगह हम प्राइवेट सेक्टर की भूमिका देखते हैं। यदि भारत मानवता की सेवा करने में सक्षम है, तो यह प्राइवेट सेक्टर की भूमिका के कारण भी है।
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। पीएम ने कांग्रेस को 'Divided' और 'Confused पार्टी बताया। साथ ही पीएम मोदी ने किसानों से अपील की कि बातचीत की टेबल पर इस मुद्दे को हल करने का प्रयास करें।
पीएम मोदी ने कहा, हम ये मानते थे कि हिंदुस्तान की बहुत पुरानी पार्टी कांग्रेस ने करीब-करीब 6 दशक तक शासन किया। इस पार्टी का ये हाल हो गया है कि पार्टी का राज्यसभा का तबका एकतरफ चलता है और पार्टी का लोकसभा का तबका एकतरफ चलता है। ऐसी 'Divided' और 'Confused पार्टी ना खुद का भला कर सकती है ना ही देश की समस्याओं का समाधान कर सकती है।