प्रधानमंत्री की सिक्योरिटी में चूक को लेकर नया खुलासा हुआ है. दरअसल, पीएम मोदी के रास्ते को जिन लोगों ने जाम किया था। वे वहां पर दो दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि, पंजाब के सीएम चन्नी का कहना है कि पुलिस ने मंगलवार रात प्रदर्शनकारियों से रास्ता साफ करने के लिए कहा था।उधर, पीएम की सुरक्षा में सेंध के मामले को वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में CJI एनवी रमना (NV Ramana) के सामने उठाया और जांच की मांग की।
नई दिल्ली : पीएम मोदी (pm modi) की सिक्योरिटी में चूक के मामला बढ़ता नजर आ रहा है। इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। इस मामले को लेकर भाजपा के बडे़ नेता पंजाब की कांग्रेस सरकार पर हमलावर हैं। भाजपा का कहना है कि पंजाब सरकार की नाकामियों के चलते पीएम मोदी (pm modi) की सिक्योरिटी में चूक हुई है। हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इन आरोप को बेबुनियाद करार दिया है। इसी बीच वकील मनिंदर सिंह ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में उठाया है. इस मामले पर कल सुनवाई होगी.
सीएम चन्नी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि पंजाब पुलिस स्थिति को भांपने में नाकामयाब रही और पीएम मोदी के काफिले को उसी रास्ते से जाने की परमिशन दे दी। जिस रास्ते पर प्रदर्शनकारियों ने पहले से प्रदर्शन कर रहे थे।
दो दिन से जमा थे प्रदर्शनकारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रास्ता जाम करने वाले प्रदर्शनकारी पंजाब मिश्रीवाला और प्यारेवाला गांव के रहने वाले हैं। गौर करने वाली बात यह है कि यहां पर प्रदर्शनकारी दो दिन से प्रदर्शन कर कर थे। इस मामले पर सीएम चन्नी का कहना है कि पुलिस ने मंगलवार रात प्रदर्शनकारियों से रास्ता साफ करने के लिए कहा था। जानकारी के मुताबिक, रास्ता जाम के दौरान कम से कम तीन किसान संगठनों के झंडे नजर आए। सबसे पहले प्रदर्शनकारियों ने भाजपा की रैली में जा रहे समर्थकों की गाड़ियों को रोका था। इससे पहले बुधवार को चन्नी ने इशारा किया था कि वह प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने वाले हैं। उन्होंने कहा था कि मैं पंजाब के लोगों के खिलाफ लाठी और गोली का इस्तेमाल नहीं करूंगा।
सुप्रीम कोर्ट में भी उठाया गया मामला
उधर, पीएम की सुरक्षा में सेंध के मामले को वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में CJI एनवी रमना (NV Ramana) के सामने उठाया और जांच की मांग की। कोर्ट ने मनिंदर सिंह से आज केंद्र और पंजाब सरकार को याचिका की एक प्रति देने को कहा है।
एक्शन में पंजाब सरकार
पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक पर पंजाब सरकार सरकार ने एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी तीन दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट सौपेगी। चणजीत सिंह सरकार एक्शन में है.कमेटी में रिटायर्ड जस्टिस मेहताब सिंह गिल, और गृह मामलों के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और जस्टिस अनुराग वर्मा होंगे।
गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा
प्रधानमंत्री की सिक्योरिटी में चूक पर गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा है। गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। हालांकि, इस घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी पुलिस अफसर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक पंजाब जैसे सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य में हुआ। इसकी सीमा पाकिस्तान से लगती है। 2021 में पाकिस्तान से लगती पंजाब की सीमा पर करीब 150 बार ड्रोन देखा गया। कई ड्रोन टिफिन बम, हैंड ग्रेनेड, पिस्टल और नकद रुपए पाकिस्तान से लेकर पंजाब आए थे। 4 नवंबर को फिरोजपुर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के करीब के एक खेत से पुलिस ने विस्फोटक से भरा टिफिन बम बरामद किया था।
ये है पूरा मामला
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार सुबह बठिंडा पहुंचे थे। वहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते पीएम ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया। जब मौसम ठीक नहीं हुआ तो तो तय किया गया कि पीएम सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे। सड़क मार्ग से जाने में 2 घंटे से अधिक समय लगना था। हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर पहले। जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा। तो वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगा रखा था। इस दौरान प्रधानमंत्री करीब 15 से 20 मिनट तक फ्लाईओवर में फंसे रहे।
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