Karyakar Suvarna Mahotsav: पीएम मोदी ने शनिवार को कहा कि भुज में भूकंप से हुई तबाही के बाद के हालात हो, नरनारायण नगर गांव का पुर्ननिर्माण हो, चाहे केरल की बाढ़ हो, उत्तराखंड में भू-स्खलन की पीड़ा हो या फिर कोरोना जैसी महामारी की आपदा हो... हमारे कार्यकर साथी हर जगह परिवारभाव से खड़े होते हैं, करुणा भाव से सेवा करते हैं। हमारी संस्कृति में सेवा को सबसे बड़ा धर्म माना गया है। इसे कार्यकर स्वयंसेवकों ने कर दिखाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में कार्यकर सुवर्ण महोत्सव को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति में सेवा को सबसे बड़ा धर्म माना गया है। सेवा परमो धर्म: - ये सिर्फ शब्द नहीं, ये हमारे जीवन मूल्य हैं। सेवा को श्रद्धा, आस्था और उपासना से भी ऊंचा स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि आज BAPS के कार्यकर दुनिया भर में सेवा के माध्यम से करोड़ों लोगों के जीवन में परिवर्तन ला रहे हैं। अपनी सेवा से करोड़ों आत्माओं का स्पर्श कर रहे हैं और समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को सशक्त कर रहे हैं। इसलिए आप प्रेरणा हैं, पूज्य हैं, वंदनीय हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कार्यकर सुवर्ण महोत्सव सेवा के 50 वर्ष की यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। 50 वर्ष पहले स्वयं सेवकों का रजिस्ट्रेशन करके उन्हें सेवा कार्यों से जोड़ने की शुरूआत हुई। उस समय कार्यकर्ताओं के रजिस्ट्रेशन कराने के बारे में कोई सोचता भी नहीं था।
वर्चुअल संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ महीने पहले ही अबू धाबी में भगवान स्वामीनारायण मंदिर की स्थापना की गई है। मुझे उस कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिला था। उस कार्यक्रम और उस मंदिर की पूरी दुनिया में इतनी चर्चा हो रही है। दुनिया ने भारत की आध्यात्मिक विरासत को देखा है। दुनिया ने भारत की सांस्कृतिक विविधता को देखा है। ऐसे प्रयास दुनिया को भारत के सांस्कृतिक गौरव और मानवीय उदारता से परिचित कराते हैं। मैं इसके लिए सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि आजकल 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान की चर्चा पूरे विश्व में है। इस दिशा में भी आपके प्रयास बहुत अहम हैं। भारत के विकास को गति देने वाले अभियान जैसे Fit India, वोकल फॉर लोकल, मिलेट्स को बढ़ावा देना... ऐसी कई बातें आप कर सकते हैं। युवा विचारों को नए अवसर देने के लिए कुछ ही सप्ताह बाद जनवरी में विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग का भी आयोजन होगा। इसमें हमारे युवा विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आइडिया देंगे।
यह भी पढ़ें:
क्या BRICS देश ला रहे हैं डॉलर को टक्कर देने वाली करेंसी? जयशंकर ने बतायी सच्चाई