प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 सितंबर को अहमदाबाद में राज्यों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रियों के सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह के मुताबिक सम्मेलन का उद्देश्य केंद्र तथा राज्यों के बीच व्यापक समन्वय के साथ राष्ट्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं ईकोसिस्टम (STI) सिस्टम को मजबूत करना है।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra) शनिवार(10 सितंबर) को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन( Centre- State Science Conclave ) का उद्घाटन करेंगे। PMO ने कहा कि यह कार्यक्रम देश में इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री के प्रयासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन 10-11 सितंबर को साइंस सिटी अहमदाबाद में किया जा रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह के मुताबिक सम्मेलन का उद्देश्य केंद्र तथा राज्यों के बीच व्यापक समन्वय के साथ राष्ट्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं ईकोसिस्टम (STI) सिस्टम को मजबूत करना है।
इसमें टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन ईकोसिस्टम(STI) विजन 2047, भविष्य के विकास के रास्ते और राज्यों में एसटीआई के लिए विजन सहित विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर सेशन शामिल होंगे। जैसे स्वास्थ्य-सभी के लिए डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल; 2030 तक अनुसंधान एवं विकास में निजी क्षेत्र के निवेश को दोगुना करने के अलावा कृषि-किसानों की आय में सुधार के लिए तकनीकी हस्तक्षेप। जबकि पानी पर भी चर्चा होगी। विषय होगा-पीने योग्य पेयजल के उत्पादन के लिए इनोवेशन। साथ ही हाइड्रोजन मिशन में साइंस एंड टेक्नोलॉजी की भूमिका सहित सभी के लिए ऊर्जा-स्वच्छ ऊर्जा, गहरे समुद्र मिशन और तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ देश की फ्यूचर इकोनॉमी के लिए इसकी भी प्रासंगिकता पर भी चर्चा होगी।
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केंद्र सरकार राज्यों को उनकी एसटीआई नीतियों को बनाने में मदद करेगी तथा उनकी विशिष्ट एसटीआई जरूरतों, चुनौतियों एवं अंतरालों पर ध्यान देने तथा समाधान निकालने के लिए मिलकर काम करेगी। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आफिसियल स्टेटमेंट में कहा था कि सभी 28 राज्यों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, आठ केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासक तथा 100 से अधिक स्टार्टअप एवं उद्योगों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दो दिवसीय विज्ञान सम्मेलन में भाग ले सकते हैं।
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सम्मेलन की तैयारियों की की रिव्यू मीटिंग के बादमीडिया को बताया था कि 2030 तक रिसर्च एंड डेवलपमेंट (RD) में निजी क्षेत्र के निवेश को दोगुना करना और देश और राज्य की समग्र अर्थव्यवस्था को पूरक बनाना भी मोदी सरकार की आत्मनिर्भर योजना के अनुरूप विज्ञान सम्मेलन का एक प्रमुख एजेंडा होगा। सम्मेलन में रिसर्च और डेवलपमेंट में प्राइवेट सेक्टर के निवेश को बढ़ाने पर संवाद और राज्यों के लिए सहयोग विकसित करने पर विचार-विमर्श के दौरान प्रमुखता से चर्चा की जाएगी।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया था कि कहा कि 100 से अधिक स्टार्ट अप और उद्योगों के सीईओ के साथ एक विशेष सत्र अलग-अलग राज्यों के सामने आने वाली अनूठी समस्याओं के लिए राज्य विशिष्ट समाधान ढूंढने की कोशिश करेगा। डॉ. सिंह ने सभी राज्य सरकारों के साथ काम करने के इच्छुक संभावित स्टार्ट-अप को सभी 6 विज्ञान विभागों से हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का वादा किया है।
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