प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दो दिन के बांग्लादेश दौरे पर पहुंचे। कोरोना महामारी के बाद यह पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा है। इससे पहले पीएम मोदी नवंबर 2019 में ब्राजील के दौरे पर गए थे। पीएम मोदी बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने के मौके पर बांग्लादेश पहुंचे हैं। इस दौरे से पहले पीएम मोदी ने बांग्लादेश के अखबार में एक लेख भी लिखा है।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दो दिन के बांग्लादेश दौरे पर पहुंचे। कोरोना महामारी के बाद यह पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा है। इससे पहले पीएम मोदी नवंबर 2019 में ब्राजील के दौरे पर गए थे। पीएम मोदी बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने के मौके पर बांग्लादेश पहुंचे हैं। इस दौरे से पहले पीएम मोदी ने बांग्लादेश के अखबार में एक लेख भी लिखा है।
बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार में लिखे लेख में पीएम मोदी ने बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान को याद किया। उन्होंने बांग्लादेश बनने में उनके संघर्ष को भी सलाम किया। पीएम मोदी ने कहा, बंगबंधु की जिंदगी संघर्षों से भरी थी, उन्होंने बांग्लादेश को एकजुट करने का काम किया।
बांग्लादेश के राष्ट्रपिता हैं बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान
शेख मुजीबुर्रहमान को बांग्लादेश का राष्ट्रपिता भी कहा जाता है। बांग्लादेश शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म शताब्दी को मुजीब वर्ष के तौर पर मना रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने लिखा, जब मैं बंगबंधु के जीवन और उनके संघर्ष को देखता हूं, तो खुद से पूछता हूं कि अगर आधुनिक काल के इस नायक की हत्या ना होती तो हमारा उपमहाद्वीप आखिर कैसा दिखता?
'क्रूरता का सामना करते हुए बेखौफ खड़े रहे बंगबंधु'
पीएम ने लिखा, बंगबंधु के हत्यारे बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लाभ को पलटना चाहते थे। बंगबंधु ने इस स्वतंत्रता के लिए वीरतापूर्ण संघर्ष का नेतृत्व किया था। ये लोग बंगबंधु के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण उप-महाद्वीप के निर्माण के सपने को तोड़ना चाहते थे।
उन्होंने आगे लिखा, बंगबंधु का जीवन संघर्ष की कहानी कहता है। वे उत्पीड़न और क्रूरता का सामना करते हुए बेखौफ खड़े रहे।
भारत बांग्लादेश मिलकर आगे बढ़ रहे-मोदी
पीएम मोदी ने लिखा कि आज भारत और बांग्लादेश एक साथ मिलकर विकास की ओर बढ़ रहे हैं और अपने लोगों को मौका दे रहे हैं। भारत बांग्लादेश का एक अहम सहयोगी बना रहेगा, दोनों देश शांति के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। बांग्लादेश के गठन के पचास साल पूरे होने पर मेरा दौरा काफी खास है और मैं बंगबंधु को नमन करता हूं।
जय बांग्ला, जय हिन्द- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने लेख में कहा, भारत और बांग्लादेश ने 2015 के भूमि सीमा समझौते के माध्यम से इतिहास की जटिलताओं को दूर करने में सफलता हासिल की है। यह एक ऐतिहासिक क्षण था। लेकिन अगर बंगबंधु अगर लंबे समय तक रहे होते, तो यह काफी पहले ही हो जाता।
पीएम ने पत्र के आखिर में लिखा, जय बांग्ला, जय हिन्द बंगबंधु की विचारधारा भारत और बांग्लादेश की दोस्ती को हमेशा प्रेरित करती रहे।