पीएम मोदी बोले- मैं किसान आंदोलन को पवित्र मानता हूं लेकिन आंदोलनजीवी इसे अपने लाभ के लिए बर्बाद कर रहे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर आंदोलनजीवियों पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, मैं किसान आंदोलन को पवित्र मानता हूं। लेकिन आंदोलन जीवी इसे अपने लाभ के लिए इसकी पवित्रता को बर्बाद कर रहे हैं। आंदोलनजीवियों से देश को बचाना जरूरी है।

Asianet News Hindi | Published : Feb 10, 2021 12:18 PM IST / Updated: Feb 10 2021, 06:20 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर आंदोलनजीवियों पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, मैं किसान आंदोलन को पवित्र मानता हूं। लेकिन आंदोलन जीवी इसे अपने लाभ के लिए इसकी पवित्रता को बर्बाद कर रहे हैं। आंदोलनजीवियों से देश को बचाना जरूरी है।

पीएम मोदी ने कहा, किसान आंदोलन की पवित्रता का आदर करता हूं, लेकिन आंदोलनजीवी इसको अपने लाभ के लिए निकलते हैं, तो क्या होता है। कोई मुझे बताए कि किसान आंदोलन में गिरफ्तार नक्सलियों, दंगों, आतंकवाद के आरोपियों की मुक्ति की मांग कहां तक सही है। 

क्या पंजाब में टावर तोड़ना किसानों की मांग से जुड़ा है 
पीएम मोदी ने कहा, इस देश में टोल प्लाजा को सभी सरकारों ने स्वीकार किया है। उस टोल प्लाजा पर कब्जा करना, उसे न चलने देना, ऐसे तरीके पवित्र आंदोलन को अपवित्र करने का प्रयास नहीं है? जब पंजाब में टेलीकॉम टावर तोड़ दिए जाएं तो वे किसानों की मांग से जुड़े हैं? किसानों के आंदोलन को अपवित्र करने का काम आंदोलनजीवियों ने किया है। देश को आंदोलनजीवियों से बचाना जरूरी है।'

आंदोलनजीवी देश में भय फैला रहे
पीएम मोदी ने कहा, विरोध का कोई कारण ही नहीं बनता। आंदोलनजीवी ऐसे तरीके अपनाते हैं। ऐसा हुआ तो ऐसा होगा। इसका भय पैदा करते हैं। सुप्रीम कोर्ट का कोई फैसला आ जाए तो आग लगा दी जाए देश में। ऐसे तौर-तरीके लोकतंत्र और अहिंसा में विश्वास करने वालों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए, ये सिर्फ सरकार की चिंता का विषय नहीं होना चाहिए।

किसान आंदोलन पर क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, कोरोनाकाल में 3 कृषि कानून भी लाए गए। ये कृषि सुधार का सिलसिला बहुत ही जरूरी है। बरसों से हमारा कृषि क्षेत्र चुनौतियां महसूस कर रहा था, उसे उबारने के लिए हमने प्रयास किया है। मैं देख रहा हूं कि यहां पर कांग्रेस के साथियों ने चर्चा की कि वे कानून के कलर पर बहस कर रहे थे। ब्लैक है या व्हाइट। अच्छा होता कि वे उसके कंटेंट पर, उसके इंटेंट पर चर्चा करते ताकि देश के किसानों तक भी सही बात पहुंच सकती।

पीएम मोदी ने कहा, जहां तक आंदोलन का सवाल है। वे गलत धारणाओं के शिकार हुए। आप किसानों के लिए कुछ गलत शब्द बोल सकते हैं, हम नहीं बोल सकते। कानून लागू होने के बाद न देश में कोई मंडी बंद हुई, न एमएसपी बंद हुआ। ये सच्चाई है। इतना ही नहीं ये कानून बनने के बाद एमएसपी की खरीद भी बढ़ी है।

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