PM मोदी ने की 5G की लॉन्चिंग-'डिजिटल इंडिया सिर्फ एक नाम नहीं, ये देश के विकास का बहुत बड़ा vision है'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 अक्टूबर को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी (5G) सेवाओं की लॉन्चिंग (5G Launch) की। 4G के मुकाबले 5G की इंटरनेट स्पीड कई गुना ज्यादा होगी। फिलहाल चीन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, स्पेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, इटली, फ्रांस, थाइलैंड और स्वीडन में 5जी सर्विस पहले से ही मौजूद है।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने आज(1 अक्टूबर) नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी (5G) सेवाओं की लॉन्चिंग (5G Launch) की। यह वो अवसर है, जब टेक्नोलॉजी के जरिये भारत एक नए युग में प्रवेश होगा। 5G की लॉन्चिंग भारतीय मोबाइल सम्मेलन ( sixth edition of India Mobile Congress) के  6th एडिशन में हुई। इसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया। IMC 2022 का आयोजन 4 अक्टूबर तक चलेगा। इसका विषय 'न्यू डिजिटल यूनिवर्स' है। प्रधानमंत्री द्वारा चुनिंदा शहरों में लॉन्च किया जाने वाला 5जी अगले कुछ वर्षों में धीरे-धीरे पूरे देश को कवर करेगा। 

130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर शानदार उपहार
मोदी ने कहा- आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। 5G, देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5G, अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है। मैं प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का, उस सामर्थ्य को देखने का एक विशेष दिवस है। आजादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में 1 अक्टूबर 2022, ये तारीख इतिहास में दर्ज होने वाली है। नया भारत, टेक्नोलॉजी का सिर्फ़ consumer बनकर नहीं रहेगा, बल्कि भारत उस टेक्नोलॉजी के विकास में, उसके implementation में active भूमिका निभाएगा। भविष्य की wireless टेक्नोलॉजी को design करने में, उस से जुड़ी manufacturing में भारत की बड़ी भूमिका होगी। 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा। लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है।

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भारत लीड कर रहा है
मोदी ने कहा- 5G के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में global standard तय कर रहा है। भारत लीड कर रहा है।  आज इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि 5G, इंटरनेट का पूरा आर्टिटेक्चर बदल कर रख देगा। Digital India की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं ये सिर्फ एक सरकारी योजना है। लेकिन Digital India सिर्फ एक नाम नहीं है, ये देश के विकास का बहुत बड़ा vision है। इस vison का लक्ष्य है उस technology को आम लोगों तक पहुंचाना, जो लोगों के लिए काम करे, लोगों के साथ जुड़कर काम करे।

Internet for all के लक्ष्य पर काम 
मोदी ने कहा-2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन चुके हैं। स्वाभाविक है इन सारे प्रयासों का प्रभाव डिवाइस की कीमत पर पड़ा है। अब कम कीमत पर हमें ज्यादा फीचर्स भी मिलने लगे हैं। जैसे सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की, जैसे हर घर जल अभियान के जरिए हर किसी तक साफ पानी पहुंचाने के मिशन पर काम किया, जैसे उज्ज्वला योजना के जरिए गरीब से गरीब आदमी के घर में भी गैस सिलेंडर पहुंचाया, वैसे ही हमारी सरकार Internet for all के लक्ष्य पर काम कर रही है। एक वक्त था, जब इलीट क्लास के कुछ मुट्ठी भर लोग गरीब लोगों की क्षमता पर संदेह करते थे। उन्हें शक था कि गरीब लोग डिजिटल का मतलब भी नहीं समझ पाएंगे। लेकिन मुझे देश के सामान्य मानवी की समझ पर, उसके विवेक पर, उसके जिज्ञासु मन पर हमेशा भरोसा रहा है। सरकार ने खुद आगे बढ़कर digital payments का रास्ता आसान बनाया। सरकार ने खुद ऐप के जरिए citizen-centric delivery service को बढ़ावा दिया। बात चाहे किसानों की हो, या छोटे दुकानदारों की, हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया।  हमारे देश की जो ताकत है, इस ताकत को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते।

हमने 4 स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया
1-डिवाइस की लागत, 2-डिजिटल कनेक्टिविटी, 3-डेटा की कीमत और 4-डिजिटल फर्स्ट का विचार। 2014 तक हम दूसरे देशों से मोबाइल आयात करते थे। इसलिए हमने इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने का फैसला किया। हमने मोबाइल निर्माण इकाइयों की संख्या बढ़ाई है। 2014 में, भारत में केवल 2 मोबाइल निर्माण इकाइयां थीं। अब, हमारे पास 200 से अधिक इकाइयां हैं। जितने अधिक लोग जुड़ेंगे, यह सेक्टर के लिए उतना ही बेहतर होगा। 2014 में, हमारे पास ब्रॉडबैंड के 6 करोड़ उपयोगकर्ता थे, और अब हमारे पास लगभग 80 करोड़ उपयोगकर्ता हैं। 2014 में, हमारे पास 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे, और अब हमारे पास लगभग 85 करोड़ कनेक्शन हैं। आज आप किसी लोकल मार्केट में या सब्जी मंडी में जाकर देखिए  रेहड़ी-पटरी वाला छोटा दुकानदार भी आपसे कहेगा, कैश नहीं ‘UPI’कर दीजिए।  ये बदलाव बताता है कि जब सुविधा सुलभ होती है तो सोच किस तरह सशक्त हो जाती है। आज हमारे छोटे व्यापारी हों, छोटे उद्यमी हों, लोकल कलाकार और कारीगर हों, डिजिटल इंडिया ने सबको मंच दिया है, बाजार दिया है। साथियों, आज टेलीकॉम सेक्टर में जो क्रांति देश देख रहा है, वह इस बात का सबूत है। अगर सरकार सही नीयत से काम करे तो नागरिकों के नीयत बदलने में दे नहीं लगती है। यह सुखद संयोग है कि कुछ हफ्ते पहले भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना। यह हमारे युवाओं के लिए 5G तकनीक का उपयोग करके नवाचार करने और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने का अवसर है।

अभी 8 शहरों में हुई शुरुआत
अभी देश की दो बड़ी मोबाइल कंपनियों ने देश में 5G सर्विसेस की शुरुआत की है। एयरटेल ने वाराणसी और जियो ने अहमदाबाद के एक गांव से 5G की शुरुआत की। कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि 5G डिजिटल कामधेनु है। उन्होंने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि इस तकनीक से भारतीयों की जिंदगी में हेल्थ, वेल्थ और हैप्पीनेस आएगी। 5जी से सस्ती हेल्थकेयर सर्विस देना संभव हो पाएगा। अंबानी के मुताबिक, JIO दिसंबर तक देश के हर कोने में 5G सर्विस पहुंचा देगी। भारती-एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने दिल्ली, मुंबई और वाराणसी समेत देश के आठ शहरों में आज से 5G सर्विस पहुंचाने का ऐलान किया।

1. टेलिकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा-आज, पीएम मोदी भारत में #5GServices लॉन्च कर रहे हैं। दूरसंचार के इतिहास में आज का दिन सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगा। टेलीकॉम गेटवे है, डिजिटल इंडिया की नींव है। यह हर व्यक्ति तक डिजिटल सेवाएं पहुंचाने का माध्यम है। 5G सेवाओं से कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावना पैदा होंगी। डिजिटल क्षमताएं को बीच में रखकर उसके चारों तरफ नई सेवाएं बनेंगी। देश के कोने-कोने में अगले कुछ महीनों में 5G सेवा उपलब्ध होनी शुरू होगी। अगले 6 महीने में कम से कम 200 से अधिक शहरों में इसके साथ-साथ कई कस्बों और गांवों में भी 5G सेवा शुरू होगी।

2. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा-हमने जो दिखाया(demonstrated) है उस पर बहुत गर्व है। सीओएआई (सेलुलर ऑपरेटर्स असन ऑफ इंडिया) और डीओटी (दूरसंचार विभाग) के लिए मैं कह सकता हूं कि हम नेतृत्व लेने के लिए तैयार हैं और भारतीय मोबाइल कांग्रेस को अब एशियन मोबाइल कांग्रेस और ग्लोबल मोबाइल कांग्रेस बनना चाहिए। एक नए युग की शुरुआत होने पर देश को बधाई। हम सभी को प्रेरित करने और हमें यह डिजिटल विजन देने के लिए मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं।

3. बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा-वोडाफोन-आइडिया ने काफी तैयारी की हैं। हमारा नेटवर्क 5G के लिए तैयार है। यह सिर्फ एक नई टेक्नोलॉजी नहीं है, यह एक क्रांति है। इसलिए हमारी कोशिश रहेगी की हम इसका हिस्सा बनें।

जानिए पूरी डिटेल्स...
कई सालों की कड़ी मेहनत और तैयारी के बाद 5जी सर्विस की शुरुआत हुई है। हाल ही में, 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सफलतापूर्वक संपन्न की गई थी और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं(telecom service providers) को 1,50,173 करोड़ रुपये के सकल राजस्व(Gross revenue) के साथ 51,236 मेगाहर्ट्ज आवंटित किया गया था। नीलामी ने एक मजबूत 5जी इको-सिस्टम तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया था, ताकि आईओटी, एम2एम, एआई, एज कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स आदि से जुड़े इसके इस्तेमाल से संबंधित जरूरतों को पूरा कर सके।

5जी नए आर्थिक अवसर और सामाजिक लाभ प्रदान कर सकता है और इसे भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की क्षमता प्रदान कर सकता है। यह देश को विकास की पारंपरिक बाधाओं को दूर करने, स्टार्टअप्स और बिजनेस एंटरप्राइजेज और इनोवेशंस को बढ़ावा देने के साथ-साथ 'डिजिटल इंडिया' के विजन को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। भारत पर 5जी का कुल मिलाकर आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

टेलिकॉम डिपार्टमेंट ने 2018 में टेक्नोलॉजी डेवलप करने के लिए आईआईटी, भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु और समीर (एसएएमईईआर) की मदद से 5जी टेस्टेड की स्थापना की है। स्टार्टअप उद्योगों द्वारा इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए 2020 में एक 5जी हैकथॉन शुरू किया गया था और इससे नवीन उत्पादों को बढ़ावा मिला है। 5जी के इस्तेमाल के मामलों पर एक अंतर-मंत्रालयी समिति 2021(inter-ministerial committee)  12 केंद्रीय मंत्रालयों के समन्वय से कार्य कर रही है, जिससे 5जी यूज-केस लैब्स की स्थापना की जा सके। 

क्या है 5G सर्विस?
5G नेटवर्क नेक्स्ट जेनरेशन का मोबाइल नेटवर्क है। यह एक नई वैश्विक वायरलेस प्रणाली (Global Wireless System)है, जो मुख्य रूप से तीन बैंड में काम करता है। 5G से दूरसंचार सेवाएं और बेहतर बन जाएंगी। 4G के मुकाबले 5G की इंटरनेट स्पीड कई गुना ज्यादा होगी। फिलहाल चीन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, स्पेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, इटली, फ्रांस, थाइलैंड और स्वीडन में 5जी सर्विस पहले से ही मौजूद है। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स

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