श्रीनगर(Srinagar). कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को यहां 'भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra camp) शिविर स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और इसके बाद अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ मजेदार स्नोबॉल फाइट की। इस मौके पर प्रियंका गांधी ने कहा- आज जो राजनीति देश में चल रही है उससे देश का भला नहीं होगा, ये तोड़ने-बांटने, नफरत की राजनीति है। मेरी उम्मीद है ये नफरत खत्म होगी और प्रेम ही सबको जोड़ेगा।
राहुल गांधी ने इस मौके पर एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा-चार बच्चे मेरे पास आए। वे भिखारी थे और उनके पास कपड़े नहीं थे...मैंने उन्हें गले लगाया...वे ठंड से कांप रहे थे। शायद उनके पास खाना नहीं था। मैंने सोचा कि अगर वे जैकेट या स्वेटर नहीं पहने हैं, मुझे भी वही नहीं पहनना चाहिए।
श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने हिंसा देखी और सही है। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी, अमित शाह जी और आरएसएस के लोगों ने हिंसा नहीं सही है। वह डरते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में चार दिन पैदल चले, बीजेपी का कोई नेता पैदल नहीं चल सकता है। राहुल गांधी ने कहा कि वे डरते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि शुरुआत में उन्हें थोड़ा अहंकार आ गया था कि रास्ता आसान होगा। चलना मुश्किल काम नहीं होगा। लेकिन बाद में बात बदल गई। राहुल गांधी ने कहा कि कन्याकुमारी के 5-7 दिन बाद घुटने में दिक्कत होने लगी थी। तब सारा अहंकार धराशाई हो गया था। तब मन में आया कि आगे कैसे चल पाऊंगा? राहुल गांधी ने कहा कि पर मैंने किसी न किसी तरीके से यह काम पूरा कर लिया। दर्द कैसे भी करके सह लिया।