जंगल में ताकतवर रहने के लिए जनसंख्या बढ़ाई जाती, जो ताकतवर वही जिंदा रहता: मोहन भागवत

यूएन ने अपने रिपोर्ट में यह कहा है कि अगले साल भारत जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। भारत में जनसंख्या को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। यहां राजनीतिक दल जनसंख्या असंतुलन पर नई राग अलापने लगे हैं। 
 

Dheerendra Gopal | Published : Jul 14, 2022 12:37 PM IST

नई दिल्ली। जनसंख्या को लेकर भारत में शुरू हुई बहस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) भी उतर चुके हैं। संघ प्रमुख ने जनसंख्या को लेकर बड़ा बयान देकर हलचल मचा दिया है। मोहन भागवत ने कहा कि जनसंख्या बढ़ाने और खाने का काम तो जानवर भी करते हैं। जंगल में सबसे ताकतवर रहने के लिए यह सब जरूरी है। जंगल का कानून है कि जो ताकतवर रहेगा वही जिंदा रहेगा। इंसानों में ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि इंसान जब ताकतवर होकर दूसरों की मदद करता है तो वह इंसानियत की निशानी है। 

दीक्षांत समारोह में भाषण दे रहे थे संघ प्रमुख

Latest Videos

संघ प्रमख मोहन भागवत कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर में श्री सत्य साईं यूनिवर्सिटी फॉर ह्यून एक्सीलेंस के पहले दीक्षांत में भाग लेने पहुंचे थे। उन्होंने भारतीय विकास, मानवता समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।

इतिहास से सबक लेकर भारत ने किया विकास

देश के विकास पर बात करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत ने इतिहास से सबक लेकर विकास किया है। भागवत ने कहा कि देश हाल ही में काफी तरक्की कर चुका है। देशवासियों ने विकास देखा है। हमने इतिहास से सबक लेकर भविष्य की ओर देखते हुए विकास किया है। कोई 10-12 साल पहले ऐसा कहता तो इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता। जो विकास आज दिखाई दे रहा है, उसकी नींव 1857 में रखी गई थी। हालांकि, इन सबके बीच विज्ञान और बाहरी दुनिया में संतुलन का अभाव साफ दिखाई देता है।

श्रेष्ठता अध्यात्म के जरिए ही मिल सकेगी

आरएसएस चीफ ने कहा कि अगर किसी की भाषा अलग है, धर्म अलग है, यहां तक कि देश भी अलग है तो यह विवाद की जड़ है। पर्यावरण और विकास के बीच हमेशा से ही विवाद होता रहा है। श्रेष्ठता अध्यात्म के जरिए ही मिल सकती है क्योंकि विज्ञान अभी तक सृष्टि का मूल नहीं समझ सका है। विज्ञान ने केवल इतना पाया कि सब कुछ आपस में जुड़ा है, लेकिन वो कनेक्टिंग फैक्टर नहीं खोज सका। 

दीक्षांत में ये भी रहे मौजूद

दीक्षांत में इसरो के पूर्व अध्यक्ष के कस्तूरीरंगन, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर, गायक पंडित एम वेंकटेश कुमार भी मौजूद रहे।

जनसंख्या पर क्यों होने लगी अचानक बहस?

दरअसल, भारत की जनसंख्या अगले साल तक विश्व में सबसे अधिक होने का दावा किया जा रहा है। UN रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि 2023 में भारत जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। इस रिपोर्ट के बाद देश में जनसंख्या असंतुलन को लेकर एक नई बहस भी छिड़ गई है। पढ़िए पूरी खबर...

यह भी पढ़ें:

राष्ट्रीय दलों के डोनेशन में बेतहाशा गिरावट, चंदा में 41.49% की कमी फिर भी कॉरपोरेट्स की पहली पसंद है BJP

TIME की 50 महानतम स्थानों में World heritage city अहमदाबाद भी, अमित शाह ने कह दी बड़ी बात

चीन में मचा हाहाकार, बैंकों ने लोगों का 6 बिलियन डॉलर से अधिक किया फ्रीज, प्रदर्शन के दौरान झड़प

बर्बाद श्रीलंका में खाने का संकट, लोग सड़कों पर, राष्ट्रपति फरार, बिना नेता के कैसे चलेगा देश?

Share this article
click me!

Latest Videos

Kolkata RG Kar Medical Collage Case LIVE: कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले की सुनवाई
UPI से क्रेडिट कार्ड तक, 1 अक्टूबर 2024 से बदल जाएंगे ये 10 नियम
Israel Hezbollah War: Hassan Nasrallah के शरीर पर नहीं कोई निशान, फिर कैसे हुई मौत?
9 बड़ी वजहः Nepal में हर साल मौत का तांड़व क्यों मचाती है बाढ़?
Israel Hezbollah War: ईरानी जासूस ने बताई लोकेशन, जानें Hassan Nasrallah के खात्मे की Inside Story