51 वर्षीय मिल्याकोव सर्गेई का शव 3 जनवरी को एक बंदरगाह पर जहाज में मिली थी। सर्गेई इस जहाज के चीफ इंजीनियर थे। यह जहाज, पारादीप के रास्ते बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह से मुंबई जा रहा था।
Russian Citizen death:ओडिशा में तीन रूसी नागरिकों की एक के बाद एक हुई मौतों पर रहस्य गहराता जा रहा है। हालांकि, भारत सरकार ने इन मौतों पर जांच का आश्वासन दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि तीन रूसी नागरिकों की अलग-अलग हुई मौतों को एक दूसरे से लिंक करने की कोई वजह नहीं सामने आई है। तीनों संदिग्ध मौतों की जांच कराई जा रही है। जो भी आवश्यक कदम उठाए जाने हैं वह पूरे किए जा रहे हैं।
क्या कहा विदेश मंत्रालय ने?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि तीनों मौतों को एकसाथ देखने की कोई वजह नहीं है। तीनों मौतों की परिस्थितियां अलग-अलग रही हैं। ओडिशा सरकार पूरी जांच कर रही है। अभी तक कोई वजह ऐसी नहीं मिली जिससे तीनों मौतों को एकसाथ जोड़कर जांच की जा सके। भारत एक विशाल देश है जहां लाखों पर्यटक हर साल आते हैं।
तीन रूसी नागरिकों की दो हफ्तों के भीतर हो चुकी है मौत
दरअसल, 51 वर्षीय मिल्याकोव सर्गेई का शव 3 जनवरी को एक बंदरगाह पर जहाज में मिली थी। सर्गेई इस जहाज के चीफ इंजीनियर थे। यह जहाज, पारादीप के रास्ते बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह से मुंबई जा रहा था। लेकिन 3 जनवरी की सुबह मिल्याकोव सर्गेई जहाज के चैंबर में मृत मिले। ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के पारादीप बंदरगाह पर मिले मिल्याकोव की लाश से सनसनी मच गई थी। इसके पहले दो अन्य रूसी नागरिकों की मौत रहस्यमयी ढंग से हो गई। बीते 21 दिसंबर को रूसी पयर्टकों की एक टीम ओडिशा पहुंची थी। इस टीम में रूसी सांसद पावेल एंटोव (Pavel Antov) भी थे। एंटोव, रशियन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक रहे हैं। यूक्रेन आक्रमण के फैसले पर भी एंटोव ने पुतिन की आलोचना की थी।
भारत भ्रमण के शौकीन रूसी सांसद पावेल एंटोव ने बीते 21 दिसंबर को रायगडा के एक होटल में अपने तीन अन्य साथियों के साथ चेक इन किया था। लेकिन चेक इन के अगले ही दिन पॉवेल के साथ आए उनके साथी व्लादिमीर बिडेनोव अपने कमरे में रहस्यम ढंग से बेहोशी की हालत में मिले, उनके चारो ओर बोतलें बिखरी पड़ी थी। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। ओडिशा में ही बिडेनोव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार में पॉवेल भी शामिल हुए। 24 दिसंबर को पॉवेल भी होटल के बाहर खून से लथपथ मिले। बताया जा रहा है कि तीसरी मंजिल से गिरने से उनकी मौत हो गई। उनका भी अंतिम संस्कार यहीं कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि बेटे ने अंतिम संस्कार यहीं करने को कहा था। पढ़िए पूरी खबर...
यह भी पढ़ें:
12 बड़ी कार्रवाईयां: मंत्री-विधायक-मुख्यमंत्री और टॉप ब्यूरोक्रेट्स, बिजनेसमेन कोई न बच सका...
कटार से भी तेज चली इन नेताओं की जुबान...पढ़िए वह बयान जिससे मच चुका है कत्लेआम