अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया नियुक्त किए गए सीनियर वकील आर वेंकटरमणि

Published : Sep 28, 2022, 11:14 PM ISTUpdated : Sep 29, 2022, 12:00 AM IST
अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया नियुक्त किए गए सीनियर वकील आर वेंकटरमणि

सार

आर वेंकटरमणि अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया नियुक्त किए गए हैं। वह 1977 में बार काउंसिल ऑफ तमिलनाडु के सदस्य बने थे। उनके पास सुप्रीम कोर्ट में वकील के रूप में काम करने का 42 साल का अनुभव है।  

नई दिल्ली। सीनियर वकील आर वेंकटरमणि (R Venkataramani) अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया (Attorney General of India) नियुक्त किए गए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की। वह एक अक्टूबर को देश के शीर्ष कानूनी अधिकारी का पद संभालेंगे। वेंकटरमणि लॉ कमिशन के पूर्व सदस्य हैं। 

वह सुप्रीम कोर्ट में आम्रपाली होम मामले में होमबॉयर्स के लिए रिसीवर और एमिकस नियुक्त किए जाने के चलते चर्चा में आए थे। वेंकटरमणि जुलाई 1977 में बार काउंसिल ऑफ तमिलनाडु के सदस्य बने थे। वह 1979 में सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील पी पी राव के चैंबर में शामिल हुए थे। उन्होंने 1982 से सुप्रीम कोर्ट में स्वतंत्र प्रैक्टिश शुरू की थी। 

सुप्रीम कोर्ट में 42 साल का है अनुभव
सुप्रीम कोर्ट ने वेंकटरमणि को 1997 में सीनियर वकील के रूप में मान्यता दी थी। उन्हें 2010 में पहली बार और 2013 में दूसरी बार लॉ कमिशन ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था। वेंकटरमणि के पास सुप्रीम कोर्ट में 42 सालों तक प्रैक्टिश करने का अनुभव है। वह 2004 और 2010 के बीच सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में भारत सरकार के विभिन्न विभागों के लिए स्पेशल सीनियर वकील भी रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने-माने कानूनविद हैं वेंकटरमणि 
वेंकटरमणि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने-माने कानूनविद हैं। उन्होंने 1990 में भारत के योजना आयोग द्वारा स्थापित 'कल्याणकारी विधानों पर विशेषज्ञ समूह' में एक कानून सदस्य के रूप में काम किया था। वह न्यायपालिका पर दक्षिण एशियाई टास्क फोर्स के सदस्य थे। इस टास्क फोर्स का गठन सार्क (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ) द्वारा सदस्य देशों में न्यायतंत्र की स्थितियों पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए किया गया था। 

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वह मई 2002 में बर्लिन में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बाद भोजन के अधिकार पर एक इंस्ट्रूमेंट का मसौदा तैयार करने में लगे अंतरराष्ट्रीय कार्य समूह से भी जुड़े हुए हैं। उन्हें 2008 में नेपाली संविधान प्रारूपण और अनुभव शेयरिंग एक्सरसाइज में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था।

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