यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शांति निकेतन: गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़ी है यह सांस्कृतिक स्थली

शांति निकेतन में एक सदी पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने विश्व भारती का निर्माण किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताते हुए इसे सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण बताया है।

Dheerendra Gopal | Published : Sep 17, 2023 5:41 PM IST / Updated: Sep 17 2023, 11:40 PM IST

Shanti Niketan in UNESCO heritage list: शांति निकेतन को यूनेस्को की विश्व विरासत लिस्ट में शामिल किया गया है। वैश्विक निकाय ने ट्वीटर पर पोस्ट कर जानकारी दी कि शांति निकेतन को वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में जगह मिल गई है। शांति निकेतन में एक सदी पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने विश्व भारती का निर्माण किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताते हुए इसे सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण बताया है। संस्कृति मंत्री जी.किशन रेड्डी ने यूनेस्को को लिस्ट में शामिल किए जाने पर खुशी जताई है।

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित सांस्कृतिक स्थल को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल करने के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहा था। शांति निकेतन को विश्व धरोहर में शामिल करने का फैसला सऊदी अरब में चल रहे विश्व धरोहर समिति के 45वें सेशन के दौरान लिया गया।

शांति निकेतन, यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल 41वां धरोहर

शांति निकेतन, यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल भारत का 41वां विश्व धरोहर स्थल है। प्रसिद्ध संरक्षण वास्तुकार आभा नारायण लांबा ने इसे सूची में शामिल करने के लिए एक डोजियर तैयार करने पर काम किया था। इस ऐलान के बाद उन्होंने कहा कि वह खबर सुनने के बाद खुशी से नाच रही थीं। उन्होंने कहा कि हमने 2009 में डोजियर पर काम किया था और शायद तब समय सही नहीं था लेकिन हम हमेशा शांतिनिकेतन की सुंदरता में विश्वास करते थे और आज इसे यूनेस्को की सूची में देखकर हम सही महसूस कर रहे हैं।

आईकोमॉस ने की थी सिफारिश

आभा नारायण लांबा ने कहा कि एक बार जब आईसीओएमओएस ने इसे सूची में शामिल करने की सिफारिश की तो यह लगभग निश्चित था कि ऐसा होगा। अंतरराष्ट्रीय सलाहकार निकाय ICOMOS ने कुछ महीने पहले इस ऐतिहासिक स्थल को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल करने की सिफारिश की थी। फ्रांस स्थित इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS) एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है। इसमें प्रोफेशनल, विशेषज्ञ, लोकल ऑफिसर्स, कंपनियों और विरासत संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं। यह दुनिया के विरासत के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए समर्पित है।

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