कांग्रेस के जी-23 नेताओं को शिवसेना ने बताया बीजेपी का एजेंट, राहुल की जमकर सामना में तारीफ

'राहुल गांधी किले की मरम्मत करना चाहते हैं। किले का रंग-रोगन करने का प्रयास कर रहे हैं। सीलन, गड्ढों को भरना चाहते हैं, परंतु पुराने लोग राहुल गांधी को ऐसा करने नहीं दे रहे।

Asianet News Hindi | Published : Oct 1, 2021 11:34 AM IST / Updated: Oct 01 2021, 06:12 PM IST

नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra) में कांग्रेस (Congress) के साथ गठबंधन (alliance) में सरकार बनाने वाली शिवसेना (Shiv Sena) ने कांग्रेस को सलाह देने के साथ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तारीफ की है। पार्टी के मुखपत्र सामना (Samna) की संपादकीय में लिखा गया है कि राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी में कई मुद्दों का समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पार्टी के पुराने नेताओं ने उन्हें रोकने के लिए भाजपा (BJP) के साथ गुप्ता समझौता किया है और इसलिए वे पार्टी को डुबाने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं। 

सामना में क्या लिखा है शिवसेना ने राहुल के लिए?

शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा है.... 'कांग्रेस को पूर्णकालिक अध्यक्ष की जरूरत है। बिना सिर के शरीर का क्या फायदा? ...कांग्रेस बीमार है और उसका इलाज करना चाहिए लेकिन इलाज सही है या गलत उसकी समीक्षा की जानी चाहिए।' 

'राहुल गांधी किले की मरम्मत करना चाहते हैं। किले का रंग-रोगन करने का प्रयास कर रहे हैं। सीलन, गड्ढों को भरना चाहते हैं, परंतु पुराने लोग राहुल गांधी को ऐसा करने नहीं दे रहे। राहुल गांधी को रोकने के लिए इन लोगों ने अंदर से भाजपा जैसी पार्टी से हाथ मिला लिया है, ऐसा अब पक्का हो गया है। कांग्रेस को डुबाने की सुपारी कांग्रेसियों ने ही ली है। कांग्रेस को स्थायी अध्यक्ष चाहिए। पार्टी का सेनापति नहीं है तो लड़ें कैसे?'

सामना में कांग्रेस को सलाह भी दिया गया

सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि 'पुराने दिग्गज कांग्रेसियों की यह मांग भी गलत नहीं है। कांग्रेस पार्टी में नेता कौन है यह सवाल ही है। गांधी परिवार है, परंतु नेता कौन? अध्यक्ष कौन? इस बारे में भ्रम होगा, तो उसे दूर करना चाहिए।'

सिद्धू को बताया बाहरी, दलित सीएम को बताया मास्टर स्ट्रोक

सामना की संपादकीय में आगे लिखा...'पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाना राहुल गांधी का जोरदार फैसला है, उसे उनके प्रिय सिद्धू ने रोक दिया। कांग्रेस पार्टी में बकवास करनेवालों की कमी न है। सिद्धू जैसे बाहरी पर विश्वास करने की आवश्यकता नहीं थी।'

अमरिंदर और फलेरो की आलोचना

संपादकीय में पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और गोवा के पूर्व सीएम लुईजिन्हो फलेरो की आलोचना की गई है। शिवसेना ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और लुईजिन्हो फलेरो को पार्टी ने मुख्यमंत्री जैसा सर्वोच्च पद दिया। इसके बाद भी ये लोग पार्टी छोड़ने की बात कर रहे हैं, ये बेशर्मी की हद है। 

जितिन प्रसाद को भी संपादकीय में कोसा

सामना ने लिखा कि इसी तरह जब कांग्रेस सत्ता में थी तब जितिन प्रसाद को केंद्रीय मंत्री बनाया गया। हालांकि, वह बाद में भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया गया। 

महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी

महाराष्ट्र में शिवसेना ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास आघाड़ी गठबंधन सरकार चला रही है।

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