तिब्बत में आया 7.1 तीव्रता का भूकंप, बिहार से दिल्ली तक महसूस हुए झटके

Published : Jan 07, 2025, 07:05 AM ISTUpdated : Jan 07, 2025, 10:19 AM IST
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सार

तिब्बत में मंगलवार सुबह 6:35 बजे रिक्टर पैमाने पर 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में था। इसके झटके बिहार से लेकर दिल्ली तक महसूस किए गए।

नई दिल्ली। चीन के तिब्बत में मंगलवार सुबह 6:35 बजे रिक्टर पैमाने पर 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था। यह जगह नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में है। लोबुचे नेपाल में राजधानी काठमांडू के पूर्व में स्थित है। यह काठमांडू से लगभग 150 किलोमीटर पूर्व में और एवरेस्ट बेस कैंप से 8.5 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में खुंबू ग्लेशियर के पास है।

भूकंप के झटके बिहार से लेकर दिल्ली तक महसूस किए गए। पटना समेत बिहार के कई इलाकों और उत्तरी बिहार के कई स्थानों पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप का असर पश्चिम बंगाल और असम समेत पूर्वोत्तर राज्यों में भी महसूस किया गया।

संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार भूकंप सुबह 6:35 बजे नेपाल-तिब्बत सीमा के पास लोबुचे से 93 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में आया। 

तिब्बत के शिगात्से में आया 6.8 तीव्रता का भूकंप

तिब्बत के दूसरे सबसे बड़े शहर शिगात्से में मंगलवार सुबह 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। शिगात्से भूकंप के 200 किलोमीटर के दायरे में 3 या उससे अधिक तीव्रता वाले 29 भूकंप आए हैं। ये सभी मंगलवार की सुबह आए भूकंप से कम तीव्रता के थे। नेपाल की राजधानी काठमांडू में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। यहां लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।

2015 में नेपाल में भूकंप से हुई थी 9 हजार लोगों की मौत

नेपाल में पिछली बार इतना शक्तिशाली भूकंप 25 अप्रैल 2015 को आया था। इसकी तीव्रता 7.8 थी। इसके चलते लगभग 9,000 लोग मारे गए थे। यह नेपाल के इतिहास में सबसे भयानक भूकंप था। लगभग 10 लाख घरों को नुकसान पहुंचा था। इस क्षेत्र में इससे पहले सबसे घातक भूकंप 1934 में आया था। इसके चलते 8,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

नेपाल में क्यों आते हैं बड़े भूकंप?

नेपाल भूकंप के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील है। यह दो विशाल टेक्टोनिक प्लेटों इंडो-ऑस्ट्रेलियाई और एशियाई प्लेटों की सीमा पर स्थित है। इन प्लेटों के टकराने से हिमालय पर्वत उत्पन्न हुआ है। इन प्लेटों की टक्कर के चलते यहां बड़े भूकंप आते रहते हैं।

नेपाल में पिछले 22 दिनों में 4 या उससे अधिक तीव्रता के 10 भूकंप आए। ये मुख्य रूप से पश्चिमी क्षेत्र में आए। इससे संकेत मिल रहा था कि बड़ा भूकंप आने को है। नवंबर 2023 में नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे काफी नुकसान हुआ था और 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

यह भी पढ़ें- नेपाल में आए भूकंप से चीन, भारत, बांग्लादेश, भूटान तक झटके, देखें वीडियो

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