सार
अमरावती। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार रात वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट केंद्र के पास भगदड़ मच गई। इसके चलते छह लोगों की मौत हो गई, 16 लोग घायल हुए हैं। 10 दिन तक चलने वाले विशेष दर्शन के टिकट के लिए 4 हजार से अधिक लोग जुटे थे। इसी दौरान स्थिति बेकाबू हो गई।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वह "बहुत दुखी" हैं। अधिकारियों को घायलों के लिए उचित राहत उपाय सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा आयोजित वैकुंठ एकादशी और वैकुंठ द्वार दर्शनम 10 जनवरी से 19 जनवरी तक होना है। मृतकों में से एक की पहचान मल्लिका के रूप में हुई है।
टोकन लेते समय एक-दूसरे पर गिर लोग, मच गई भगदड़
टोकन लेने के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी, जिसे चलते भगदड़ मची। इसके चलते 16 लोग घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए रुइया हॉस्पिटल ले जाया गया। हादसे के समय के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं। इसमें भारी भीड़ को देखा जा सकता है। उस समय पुलिस के जवान मौके पर मौजूद थे, लेकिन वे भी भगदड़ नहीं रोक सके। भगदड़ के बाद कई लोगों को एंबुलेंस में ले जाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि काउंटर पर टोकन लेते समय करीब 60 लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े थे, जिससे भगदड़ मच गई। कुछ श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से लापरवाही बरती गई।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष बीआर नायडू ने किसी भी साजिश से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यह हादसा था। बीआर नायडू ने कहा, "मुझे संदेह था कि कुछ गलत हो सकता है। मैंने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि वे भीड़ को हल्के में न लें। ऐसी अफवाहें फैलीं कि तिरुमाला में सभी को अनुमति नहीं दी जा सकती है।"
पीएम नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगदड़ में हुई मौतों पर दुख जताया है। उन्होंने X पर पोस्ट किया, "आंध्र प्रदेश के तिरुपति में हुई भगदड़ से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हो जाएं। आंध्र प्रदेश सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।"
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