आर्मस्ट्रांग मर्डर केस: हमलावरों ने तमिलनाडु बसपा प्रमुख की रूटीन स्टडी करने के साथ की थी पूरे इलाके की रेकी, प्लान बी भी था तैयार

TN BSP Chief Amrstrong murder: तमिलनाडु में बसपा प्रदेश अध्यक्ष के.आर्मस्ट्रांग की निर्मम हत्या से पूरा प्रदेश हिल गया है। बीजेपी-बसपा सहित डीएमके के विरोधी दल, मुख्यमंत्री स्टालिन की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

Dheerendra Gopal | Published : Jul 7, 2024 5:11 PM IST
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आर्मस्ट्रांग के घर के पास हुई इस हृदयविदारक घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में खौफ है। आधा दर्जन से अधिक की संख्या में आए हमलावरों ने पूरे प्लांड तरीके से आर्मस्ट्रांग पर हमला किया। यही नहीं इस हत्याकांड के बाद हमला का समय और हत्या के बाद भागने की फूलप्रूफ तैयारी मानों पहले से की गई हो। हमलावर करीब पांच मिनट तक आर्मस्ट्रांग पर कहर बरपाते रहे।

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शुक्रवार को शाम सात बजे आर्मस्ट्रांग, चेन्नई के पेरंबुर में वेणुगोपाल स्वामी कोइल स्ट्रीट के पड़ोस में अपने निर्माणाधीन बिल्डिंग के पास खड़े थे। पहले से ही तीन हमलावर फूड डिलेवरी एजेंट के ड्रेस में आसपास घात लगाए हुए थे। वह अपने बैगपैक में हथियार रखे हुए थे। किसी को शक न हो इसलिए वे अपने फोन में गूगल मैप को देखने का दिखावा कर रहे थे। उसी समय तीन और लोग जो पैंट-शर्ट पहने थे, वे आर्मस्ट्रांग को अन्ना पुकारते हुए उनके पास पहुंच गए।

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अन्ना पुकार सुनकर वह अजनबियों की ओर मुड़े तो पीछे से फूड डिलेवरी एजेंट के भेष में खड़े एक व्यक्ति ने उन पर पीछे से हमला बोल दिया। इसके बाद तीनों ने बैग से कोई धारदार चीज निकालकर मारना शुरू कर दिया। वह भाग ने सके इसलिए पैर पर वार किया। इसके बाद आर्मस्ट्रांग के भाई वीरामणि, ड्राइवर अब्दुल गनी और मित्र बालाजी पर हमला बोला दिया। हमलावरों ने उनके सिर, कंधे और हाथों पर वार किया।

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उधर, तीन अन्य हमलावर अन्ना को एक दस फीट गहरे गड्ढे में गिराकर लगातार मारते रहे। वे तबतक मारते रहे जबतक वह मरणासन्न नहीं हो गए। गंभीर रूप से मारने के बाद वह अपने भागने के प्लान को एक्जीक्यूट किए। तीन बाइक पहले से स्टार्ट थी। ऐसा लग रहा था कि वे पहले से उस इलाके की रेकी किए थे।

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क्राइम की जबर्दस्त टाइमिंग सभी खिड़कियां बंद, हर ओर था सन्नाटा

दरअसल, आर्मस्ट्रांग के निर्माणाधीन आवास के आसपास कंस्ट्रक्शन की वजह से लोग अपने घरों के दरवाजे व खिड़कियां बंद ही रखते थे। यह इसलिए क्योंकि कंक्रीट मिक्सर वगैरह की मशीनें चलने से काफी शोर होता था। काम करने वाले मजदूर भी साढ़े छह बजे शाम तक चले जाते हैं। क्राइम के लिए अपराधियों ने सात बजे का समय चुना। हालांकि, स्थानीय लोगों के अनुसार आर्मस्ट्रांग के पास पिस्टल थी लेकिन वह कुछ दूर खड़ी अपनी कार में उसे रखकर निकले थे।

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डेली रूटीन को स्टडी किया, प्लान बी भी था तैयार

रेकी के दौरान अपराधियों ने यह पता लगा लिया था कि केएच रोड पर अयानवरम में रहने वाले आर्मस्ट्रांग अपनी साइट पर पिछले एक सप्ताह से रोज साढ़े तीन बजे शाम को पहुंच जाते थे और चार-पांच घंटे वहीं बीताते थे। वहां कैरम खेलना या कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग भी कर लेते थे। लोगों से वहीं मिलते रहते थे। स्ट्रीट के कोने में उनकी ऑफिस भी थी। पुलिस की पकड़ में आया एक आरोपी जोकि ऑटो ड्राइवर है, उसने उनकी रूटीन को समझने के बाद हमलावरों को बताया था। आर्मस्ट्रांग को मारने वाले हमलावरों ने प्लान बी भी तैयार रखा था। उन्होंने मारने के लिए बम भी साथ रखा था। पहला प्लान फेल होने पर बम का इस्तेमाल वह प्लान बी में करते।

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