आउटर रिंग रोड (ओआरआर) पर बेलंदूर में आरएमजेड इकोस्पेस कैंपस (टेक पार्क) में स्थित यूएस-आधारित अकाउंटिंग और सलाहकार फर्म के पूर्व वरिष्ठ सहयोगी प्रसाद नवनीत को हिरासत में लिया गया।
US based firm hoax bomb threat: बेंगलुरू में यूएस की एक कंपनी को कथित तौर पर बम की धमकी से हड़कंप मच गया। पुलिस को जब सूचना मिली तो पूरे एरिया में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया। पुलिस ने सतर्कता के साथ एक युवक को अरेस्ट किया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया 25 वर्षीय युवक कंपनी में कर्मचारी था। खराब परफार्मेंस की वजह से उसे रिजाइन करने को कहा गया था। वह कंपनी के जिम्मेदारों से बात करने की कोशिश किया लेकिन असफल साबित होने पर ऐसी धमकी दे डाला।
बम से उड़ाने की धमकी का क्या है मामला?
बेंगलुरु के आरएमजेड इकोस्पेस बिजनेस पार्क में अमेरिका की एक अकाउंटिंग एवं सलाहकार फर्म है। इसको 13 जून को कथित तौर पर बम की धमकी देने वाली कॉल मिली थी। सूत्रों ने कहा कि आउटर रिंग रोड (ओआरआर) पर बेलंदूर में आरएमजेड इकोस्पेस कैंपस (टेक पार्क) में स्थित यूएस-आधारित अकाउंटिंग और सलाहकार फर्म के पूर्व वरिष्ठ सहयोगी प्रसाद नवनीत को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि कर्मचारी को नौकरी से निकाला गया था तो उसने बम वाली धमकी दी।
पुलिस ने बताया कि प्रसाद नवनीत को कंपनी में दाखिल होने से रोक दिया गया था। उसके खराब प्रदर्शन को देखते हुए इस्तीफा मांगा लिया गया गया था। मंगलवार को, उन्होंने अपने निजी मोबाइल फोन से कार्यालय के लैंडलाइन पर बार-बार कॉल किया, लेकिन कार्यालय के कर्मचारियों ने उनकी कॉल कनेक्ट करने से इनकार कर दिया। लगभग 2 बजे प्रसाद ने परेशान करने के लिए फोन पर बम होने की बात बताई।
उन्होंने फोन पर बताया कि कार्यालय में बम रखा गया है और यह अगले कुछ मिनटों में फट जाएगा। धमकी भरे कॉल के बाद कंपनी के प्रतिनिधियों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस अधिकारियों ने टेक पार्क में डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते को तैनात किया। एहतियात के तौर पर टेक पार्क से करीब 500 कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। इसके बाद फोन ट्रेस कर आरोपी कर्मचारी को अरेस्ट किया। अरेस्ट करने के बाद हुई पूछताछ में सच्चाई सामने आई।
केरल के रहने वाले हैं प्रसाद नवनीत
केरल के रहने वाले प्रसाद नवनीत पूर्वी बेंगलुरु के बयप्पनहल्ली में रहते हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ गैर संज्ञेय रिपोर्ट (एनसीआर) दर्ज की है। अधिकारियों ने कहा कि आधिकारिक रूप से गिरफ्तार करने से पहले वे अदालत से अनुमति मिलने के बाद जल्द ही प्राथमिकी दर्ज करेंगे।
एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी द्वारा नौकरी समाप्त करने का फैसला करने के बाद से वह मानसिक रूप से परेशान है। मंगलवार को जब उसे नौकरी से निकालने के फैसले के बारे में पता चला तो वह कार्यालय नहीं गया।
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