बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सरकार से नागरिकता संशोधन कानून(CAA) जल्द लागू करने की मांग की है।
नई दिल्ली. बांग्लादेश में हिंदू समाज पर कट्टरपंथी मुसलमानों के हमले के बाद देश में विरोध बढ़ता जा रहा है। दुर्गा पूजा के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा(communal violence) के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सरकार से नागरिकता संशोधन कानून(CAA) जल्द लागू करने की मांग की है। इस बीच 20 अक्टूबर को VHP ने दिल्ली स्थित बांग्लादेश के हाईकमीशन के सामने प्रदर्शन करके अपना विरोध जताया।
यह भी पढ़ें-बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला: VHP ने दिल्ली में हाईकमीशन के सामने किया विरोध प्रदर्शन
CAA का महत्व अब सबको समझ आ गया होगा
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ VHP नेताओं ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा-आज नागरिकता संशोधन कानून का महत्व सबको समझ में आ रहा है। पीड़ित हिंदू भारत में नहीं तो कहां जाएगा? हमने सभी पीड़ितों को शरण दी है, तो हिंदू पीड़ित को क्यों नहीं? इसलिए सभी दलों को भी नागरिकता संशोधन कानून(CAA) को लागू करने के लिए नियम लाने के लिए सरकार से निवेदन करना चाहिए। सरकार अविलंब इन कानूनों को लाए यह विहिप की अपील है। विहिप नेताओं ने कहा- केंद्र सरकार को सांसदों का एक जांच दल बांग्लादेश में भेजना चाहिए, जो बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की पूर्ण जांच करके उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक करें।
विहिप ने कहा कि पीड़ित हिंदुओं के पक्ष में आवाज उठाएंगे
कार्यक्रम को विश्व हिंदू परिषद दिल्ली के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने संबोधित करते हुए कहा कि हम किसी भी हालत में पूरी दुनिया में कहीं भी हिंदू पीड़ित होगा उस के पक्ष में आवाज अवश्य उठाएंगे और तब तक आवाज उठाते रहेंगे; जब तक वह सुरक्षित न हो जाए।
बांग्लादेश एहसान फरामोश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महंत नवल किशोर दास आदि संतों ने हिंदू समाज की भावनाओं को व्यक्त किया और बांग्लादेश को चेतावनी दी कि जिस देश को भारत ने निर्माण किया है, वह भारत का एहसान मानने की जगह हिंदुओं को आंखें दिखाता है, भारत विरोधी और हिंदू विरोधी कार्य करता है। यह स्वीकार नहीं किया जा सकता।
प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा
विहिप के सह प्रचार प्रसार प्रमुख सुमित अलघ ने बताया कि कार्यक्रम के अंत में डॉ. सुरेंद्र जैन और कपिल खन्ना ने बांग्लादेश उच्चायुक्त के पास जाकर वहां की प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया। इसमें आह्वान किया गया कि वे अपने देश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें; क्योंकि हिंदू समाज ने बांग्लादेश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान तो दिया ही है, अपने सभी नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
बांग्लादेश उच्चायोग के सामने प्रदर्शन के दौरान दिखा आक्रोश
20 अक्टूबर को बांग्लादेश उच्चायोग के सामने आक्रोश प्रदर्शन को संबोधित करते हुए विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार बर्बरता की सभी सीमाएं पार कर चुके हैं। यह संपूर्ण विश्व बिरादरी के लिए चुनौती है कि बांग्लादेश में इन बर्बर अत्याचारों को किस प्रकार रोका जाए। भारत सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकती। बांग्लादेश सरकार को भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए पूर्ण निष्पक्षता के साथ सभी नागरिकों के जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचारों को मूकदर्शक बनकर नहीं देख सकती।
बांग्लादेश के साथ अफगानिस्तान, पाकिस्तान का मामला भी उठाया
डॉ. जैन ने पूछा कि जिस हिंदू ने संपूर्ण मानवता के कल्याण की कामना की उस हिंदू को अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है? क्या हिंदू की सभ्यता उसकी कमजोरी बन गई है? संपूर्ण विश्व बिरादरी को समझ लेना चाहिए यदि हिंदू समाप्त हुआ तो संपूर्ण विश्व में सभ्यता समाप्त हो जाएगी। इसलिए संपूर्ण विश्व बिरादरी को आगे आकर इस इस्लामिक कट्टरता का मजबूती से शमन करना चाहिए। भारत सरकार जितनी मजबूती से अफगानिस्तान और पाकिस्तान में हिंदुओं पर होने वाले अत्याचारों को उठाती है, बांग्लादेश में होने वाले अत्याचारों के विरोध में इतनी मजबूती से नहीं खड़ी होती। इसलिए भारत सरकार को पूरी कठोरता के साथ शेख हसीना को इस बात के लिए मजबूर करना चाहिए कि वह हिंदुओं पर कोई दमन, कोई अत्याचार न होने दें।
टूल किट गैंग पर भी उठाए सवाल
डॉ. जैन ने कहा कि भारत का टूल किट गैंग जो फिलिस्तीन के बारे में कुछ भी बोलता है, बांग्लादेश पर बोलते समय यह क्यों कहता है कि यह किसी एक देश का आंतरिक मामला है? उनका दोगलापन इससे स्पष्ट होता है।