नई दिल्ली में आयोजित 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत आएंगे। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूसी एयर फिडेंस सिस्टम S-400 का मॉडल गिफ्ट करेंगे।
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) आज भारत आएंगे। वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को रूसी एयर फिडेंस सिस्टम S-400 का मॉडल गिफ्ट करेंगे। पुतिन नई दिल्ली में आयोजित 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन (21st India-Russia Annual Summit) में शामिल होंगे।
शिखर सम्मेलन में नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन के बीच बात होगी। इस दौरान 10 समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। शिखर सम्मेलन में रक्षा मामलों सहित कई महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान भारत और रूस के बीच असॉल्ट राइफल AK-203 के निर्माण को लेकर सौदा होगा।
दो साल बाद मिल रहे हैं दोनों नेता
दरअसल, रूस और भारत के बीच सालाना शिखर सम्मेलन (Annual Summit) आयोजित होता है। इस बार छह दिसंबर को यह समिट नई दिल्ली में आयोजित है। इसी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति पुतिन भारत पहुंच रहे हैं। दोनों देशों के राष्ट्रप्रमुखों की आमने-सामने की यह मीटिंग करीब दो साल बाद होने जा रही है। नवंबर 2019 में ब्रासीलिया में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी की यह पहली इन-पर्सन बैठक होगी।
दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों की एकसाथ मीटिंग
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा से पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मामलों के मंत्रियों की भी मीटिंग होनी है। यह मीटिंग भी छह दिसंबर को नई दिल्ली में ही है। 6 दिसंबर की सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस.जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु, सैन्य-तकनीकी सहयोग पर इंटरगवर्नमेंटल कमीशन के सह-अध्यक्षों की बैठक से होगी।
दोपहर में शिखर सम्मेलन
21वां सालाना भारत-रूस शिखर सम्मेलन 6 दिसंबर की दोपहर को होगा। इस समिट में द्विपक्षीय संबंधों की संभावनाओं की समीक्षा की जाएगी। दोनों देश रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
ये भी पढ़ें
Make In India: यूपी के अमेठी में बनेंगी 5 लाख से अधिक Ak-203 राइफल, जानिए क्या है इसकी खासियत
दो महाशक्तियों में बढ़ा तनाव: US और Russia ने एक दूसरे के डिप्लोमेट्स को किया वापस