क्या है FTA, इसके लागू होने से क्या होगा फायदा? आखिर क्यों ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इसे लेकर की भारत की तारीफ

ऑस्ट्रेलियाई संसद ने भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) यानी मुक्त व्यापार समझौते को मंजूरी दे दी है। इस पर पीएम मोदी ने वहां के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को धन्यवाद दिया है। बता दें कि इससे भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में और ज्यादा मजबूती आएगी।

Ganesh Mishra | Published : Nov 25, 2022 12:56 PM IST

Free Trade Agreement: ऑस्ट्रेलियाई संसद ने भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) यानी मुक्त व्यापार समझौते को मंजूरी दे दी है। इस पर पीएम मोदी ने वहां के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को धन्यवाद दिया है। बता दें कि इससे भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में और ज्यादा मजबूती आएगी। इसी बीच, ऑस्ट्रेलिया की मीडिया ने भारत की तारीफ की है। दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पास होने के बाद सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने भारत को अनस्टॉपेबल, यानी कभी न रुकने वाला बताते हुए उसकी प्रशंसा की है। 

FTA क्या है?
एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) दो देशों के बीच व्यापार करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए किया जाने वाला समझौता है। इसमें दो देशों के बीच आयात-निर्यात के तहत प्रोडक्ट्स पर सीमा शुल्क, नियामक कानून, सब्सिडी और कोटा जैसी प्रक्रियाओं को आसान बनाया जाता है।

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FTA लागू होने से क्या होगा?
FTA लागू होने के बाद जिन दो देशों के बीच में यह समझौता किया जाता है, उनकी उत्पादन लागत बाकी देशों की तुलना में काफी सस्ती हो जाती है। यही वजह है कि दुनिया भर के कई देश आपस में मुक्त व्यापार समझौते की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। इससे व्यापार को बढ़ाने के साथ ही अर्थव्यवस्था को भी बूस्ट मिलता है। 

FTA के बाद दोनों देशों के बीच कितना निर्यात होगा ड्यूटी फ्री :  
भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच एफटीए के पूरी तरह से लागू होने के बाद ऑस्ट्रेलिया को भारत का 96% निर्यात और भारत को ऑस्ट्रेलिया का 85% निर्यात ड्यूटी फ्री हो जाएगा। 2021 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 13.6 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया और भारत से वहां 6.4 अरब डॉलर का सामान गया। ऑस्ट्रेलिया से भारत को अब तक सबसे ज्यादा निर्यात होने वाले सामानों में फल और मेवे, कपास, ऊन मोती, सोना, तांबा अयस्क, कोयला, एल्यूमीनियम और शराब हैं। वहीं भारत से ऑस्ट्रेलिया में प्रमुख रूप से पेट्रोलियम उत्पाद, फार्मास्यूटिकल्स, रत्न और आभूषण, बिजली मशीनरी, लोहे और स्टील से बने आर्टिकल्स और कपड़े शामिल हैं। 

चीन ने दिया दगा, भारत ने मिलाया हाथ : 
व्यापार के मामले में ऑस्ट्रेलिया की निर्भरता सबसे ज्यादा चीन पर है। हालांकि, 2021 में चीन ने आस्ट्रेलिया के साथ सभी व्यापारिक समझौतों पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद व्यापार को लेकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया से पेशकश की। पिछले साल दोनों देशों के बीच 27.5 बिलियन डॉलर का ट्रेड हुआ। हालांकि, चीन की तुलना में ये भले कम है, लेकिन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) साइन होने के बाद भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया का व्यापार और ज्यादा बढ़ने की संभावना है। 

मई में PM मोदी से मिले थे अल्बनीज : 
भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की मुलाकात मई, 2022 में जापान में क्वाड (QUAD) समिट के दौरान हुई थी। समिट के दौरान अल्बनीज ने कहा था- भारत के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं और मोदी से मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक एजेंडे के अलावा क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी में आपसी सहयोग पर भी चर्चा हुई थी।

ये भी देखें : 

G-20 Summit: बाली में PM मोदी के भाषण की 7 बड़ी बातें, जिनसे पूरी दुनिया ले सकती है सीख

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